चरखी दादरी/करनाल: हरियाणा के किसान इन दिनों काफी परेशान हैं. एक तरफ तो अनाज मंडी में फसलों का उठान धीमी प्रक्रिया से चल रहा है तो दूसरी ओर फसल में आग लगने से काफी नुकसान हो गया है. खबर है कि दादरी में गांव मैहड़ा में रविवार को बिजली आपूर्ति लाइन की तारों में शॉर्ट सर्किट होने के कारण करीब 20 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई. आग की घटना से प्रभावित किसानों ने बिजली निगम के कर्मचारियों पर बिना शेड्यूल के दिन बिजली आपूर्ति किए जाने पर लापरवाही व फायर ब्रिगेड देरी से आने के आरोप लगाए हैं. वहीं, किसानों ने सरकार से भरपाई की भी मांग की है.
20 एकड़ फसल राख: किसानों का कहना है कि रविवार दोपहर के समय करीब पांच मिनट के लिए बिजली आपूर्ति की गई है. जिससे बिजली की तारों में शॉर्ट सर्किट हो गया और मैहड़ा में बिरहीं रोड के साथ लगते गेहूं के खेत में आग लग गई. जिसके कारण एक के बाद एक खेत आग की चपेट में आ गए. आग फैलने के कारण खेतों में खड़ी गेहूं की फसल, काटी गई फसल व गेहूं निकालने के बाद खेतों में पड़ा तूड़ा आदि आग की भेंट चढ़ गए. इस दौरान किसानों ने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया और ट्रैक्टर से जुताई कर आग को आगे फैलने से रोका. इस दौरान किसानों की करीब 20 एकड़ फसल जलकर राख हो गई.
करनाल में 200 एकड़ फसल में लगी आग: फसल वहीं, करनाल के नीलोखेड़ी हल्के के पधावा गांव में भी खड़ी फसल आग की भेंट चढ़ गई. करीब 200 एकड़ फसल जलकर राख हो गई. जिसमें करीब 2 दर्जन से ज्यादा एकड़ खड़ी फसल आग की भेंट चढ़ गई. आनन फानन में किसान खेत में पहुंचे और ट्रैक्टर-हैरो के जरिये आग पर काबू पाने का प्रयास किया. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. जब तक फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची, तब तक फसल जलकर तबाह हो चुकी थी. किसानों का आरोप है कि फायर ब्रिगेड व पुलिस काफी देर से पहुंची. अगर टाइम पर फायर की गाड़ियां आ जाती तो शायद इतना बड़ा नुकसान नहीं होता. किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.
मौके पर पहुंची पुलिस टीम: आगजनी की घटना के बाद नीलोखेड़ी डीएसपी विजय कुमार भी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि जल्दी ही तहसील अधिकारी मौके का मुआयना करेंगे. नुकसान की भरपाई का प्रयास किया जाएगा.