गिरिडीहः लड़कियों से न्यूड कॉलिंग करवाने और लड़की सप्लाई करने का झांसा देकर लोगों को अपनी जाल में फंसाकर ठगी करने वाले एक शातिर को गिरिडीह पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया आरोपी मुफस्सिल थाना इलाके के गपई का सोनू कुमार वर्मा ( पिता चेतलाल वर्मा ) है. सोनू के पास से फर्जी सिमकार्ड के साथ मोबाइल मिला है, जिसमें साइबर अपराध का सारा आंकड़ा कैद है.
ऐसे मिली सफलता
इस सफलता की पुष्टि साइबर डीएसपी आबिद खान ने की है. बताया कि पुलिस कप्तान दीपक कुमार शर्मा को सूचना मिली थी कि गपई में कुछ साइबर अपराधी ठगी कर रहे हैं. इस सूचना पर छापेमारी का निर्देश एसपी ने दिया. निर्देश के आलोक में वे अपनी साथ टीम को लेकर गपई पहुंचे और सोनू को गिरफ्तार किया. सोनू के मोबाइल को खंगाला गया तो उसमें फर्जी सिमकार्ड मिला जो दक्षिण भारत का है. इसके अलावा इसके पास फर्जी ईमेल आईडी भी मिला है.
लिंक बेचने का भी करता है काम
बताया कि सोनू काफी शातिर अपराधी है और कई वर्षों से इस अवैध कार्य ने लिप्त है. वह अपने साथियों के साथ मिलकर गूगल पे, फोन पे का लिंक भी बनाता है. इस लिंक को 25 हजार में दूसरे साइबर अपराधियों को बेच देता है. इस मामले में कई का नाम सामने आए हैं, जिसपर पुलिस की पड़ताल चल रही है.
करोड़ों की जमीन के साथ महंगी कार खरीदा
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि ये सुडोकू एप के माध्यम से लडकी से न्यूड वीडियो कॉलिंग करवाने एवं लड़की उपलब्ध कराने का झांसा लोगों को दिया करता था. गूगल सर्च इंजन पर फोनपे एवं गूगल पे का कस्टमर केयर नंबर और हेल्पलाइन नंबर पंच कर भी लोगों को झांसे में लेता था. लोगों को कैशबैक का लिंक भी भेजकर ठगी करता था.
डीएसपी ने बताया कि सोनू द्वारा ठगी के पैसे से एक एमजी हैक्टर कंपनी का लगभग 18 लाख मूल्य का एक चारपहिया वाहन खरीदा गया है. इसके अलावा 50 लाख मूल्य का एक ट्रक भी खरीदा है. 2 लाख मूल्य की एक बाइक, 2 लाख मूल्य की एक इलेक्ट्रिक स्कूटी, बेंगाबाद के ग्राम-साठीबाद एवं महुआर में 01-01 एकड़ जमीन, लगभग 02 करोड़ रूपये की अपने परिजनों के नाम पर ले रखी है.
टीम में शामिल पदाधिकारी
डीएसपी ने बताया कि एसपी के निर्देश पर गठित टीम में उनके अलावा साइबर थाना प्रभारी अजय कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक पुनीत कुमार गौतम, पुलिस अवर निरीक्षक गुंजन कुमार, सहायक अवर निरीक्षक संजय मुखियार, आरक्षी जितेन्द्र नाथ महतो शामिल थे.
आपराधिक इतिहास
डीएसपी ने बताया कि सोनू के खिलाफ गिरिडीह नगर थाना कांड सं0-245/2017, गिरिडीह मुफस्सिल थाना कांड सं0-266/2015, यह वरली, मुम्बई के साइबर केस में जेल जा चुका है. वहीं गिरिडीह साइबर थाना कांड सं0-28/2023 के गिरफ्तार महेंद्र मंडल ने अपराध स्वीकारोक्ति बयान में भी अपने सहयोगी सोनू कुमार वर्मा का नाम लिया है.
संपत्ति की होगी जांच: एसपी
इधर एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि साइबर अपराधियों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई हो रही है. इसी कड़ी में डीएसपी आबिद खान के नेतृत्व में गठित टीम ने सोनू कुमार वर्मा नामक साइबर ठग को पकड़ा है. यह काफी कुख्यात रहा है. साइबर ठगी के पैसे से इसने अकूत संपत्ति अर्जित की है. इसकी संपत्ति की जांच के लिए संबंधित विभाग को लिखा जाएगा.
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