ETV Bharat / state

23 साल से फरार खूंखार अपराधी गिरफ्तार, हथियारों का जखीरा बरामद, पूछताछ में किए चौंकाने वाले खुलासे - absconding criminal arrested

जोधपुर रेंज की पुलिस टीमों ने बाड़मेर में एक ऐसे खूंखार अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो 23 साल से फरार था. उसके कब्जे से बड़ी मात्रा में हथियार मिले हैं. आरोपी ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

absconding criminal arrested
23 साल से फरार खूंखार अपराधी गिरफ्तार
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 3, 2024, 10:27 PM IST

Updated : Apr 3, 2024, 10:59 PM IST

23 सालों से फरार खूंखार अपराधी गिरफ्तार

बाड़मेर. जोधपुर रेंज की पुलिस की टीमों ने बाड़मेर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 23 सालों से फरार खूंखार अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी पर हत्या सहित कई गंभीर प्रकरण दर्ज हैं. इसके साथ ही वह करीबन 60 हजार रुपए का ईनामी भी है. आरोपी के साथ उसका एक सहयोगी भी गिरफ्तार हुआ है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हथियारों का जखीरा और एक लाख से अधिक की नकदी भी बरामद की है. आरोपी ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

वर्ष 2001 में पेरोल के दौरान हुआ था फरार: बुधवार को जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बाड़मेर में प्रेस वार्ता का आयोजन कर पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 23 सालों से फरार इनामी अपराधी लालसिंह को काफी जदोजहद के बाद गिरफ्तार किया गया है. इस आरोपी पर हत्या सहित हर तरह के कुल 20 मुकदमे दर्ज हैं. हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था. 2001 में पेरोल के दौरान फरार हो गया था. उन्होंने बताया कि आरोपी लाल सिंह के फरार होने के बाद से पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी.

पढ़ें: डकैती के 37 साल पुराने मामले में पुलिस अब कर पाई आरोपी को गिरफ्तार - Maharashtra Crime News

आरोपी पुलिस की भनक लगते ही हो जाता फरार: आईजी विकास कुमार ने बताया कि फरार आरोपी लालसिंह को लेकर रेंज स्तरीय साईक्लोनर सेल को कुछ दिनों पहले जानकारी मिली थी कि आरोपी जैसलमेर में अवैध हथियार, गोला-बारूद की गोरखधंधा कर रहा है. इस पर विशेष टीमों को जैसलमेर भेजा गया, लेकिन आरोपी को पहले ही भनक लग गई और वह फरार हो गया.

इसके बाद पुलिस ने कई जगहों पर दबिश थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. आईजी ने बताया कि आज सूचना मिलती थी कि आरोपी लालसिंह बाड़मेर जिले के एक गांव में है. लेकिन आरोपी चकमा देकर यहां से भी फरार हो गया. लेकिन फिर भी पुलिस ने लगातार आरोपों का पीछा किया. जिसके चलते पुलिस ने बिशाला गांव के पास काफी प्रयासों के बाद आरोपी और उसके एक साथी राणाराम को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने हथियारों का जखीरा, नकदी और एक वाहन इनके कब्जे से बरामद किया है.

पढ़ें: 15-15 हजार के इनामी 3 बदमाश गिरफ्तार, पुलिस पर पथराव करने के मामले में चल रहे थे फरार - 3 Absconding Criminals Arrested

1994 में पहली दर्ज हुआ था मामला: पुलिस के अनुसार लालसिंह ने पहली बार वर्ष 1994 में बदले की भावना से हरलाल सियाग बेरहमी से हत्या की थी. इस मामले में आरोपी को वर्ष 1994 में आजीवन कारावास की सजा हुई थी. वर्ष 2002 में पैरोल पर जेल से बाहर आ कर फरार हो गया था. इस बीच आरोपी लाल सिंह लगातार अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया. वह लगभग पिछले 30 वर्षों से अपराध में लिप्त है एवं आरोपी पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, चोरी, नकबजनी, अपहरण, गंभीर मारपीट, आर्म्स एक्ट, राजकार्य में बाधा एवं पैरोल से फरार इत्यादि के मामले दर्ज हैं. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से तीन हथियार मय 300 से ज्यादा कारतूस, तलवार, चाकू एवं गुप्ती, बारूद बनाने का सामान, फर्जी नम्बर प्लेट, हिसाब-किताब की डायरियां एवं कुछ अन्य सामान के अलावा कुल 1,00,095 नकद राशि बरामद की है.

पढ़ें: कांस्टेबल संजय गुर्जर मर्डर केस का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, 3 साल से चल रहा था फरार - Constable Sanjay Gurjar Murder Case

पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने दावा करते हुए बताया कि अपने हथियारों, गोलों बारूदों और अपनी हिम्मत के बूते दो दिन तक जिले की पुलिस का मुकाबला कर सकता हूं. इसलिए वह अपने साथ हथियारों और कारतूसों का जखीरा लेकर चलता था. पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी ने अपने सहयोगी को यह भी कह रखा था कि अगर पुलिस आए, तो तुम भाग जाना, मैं अकेला पुलिस का 2 दिन तक मुकाबला करूंगा.

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने किया कई खुलासे: पुलिस पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि वह 23 सालों से बाड़मेर—जैसलमेर इलाके में ही रह रहा था. खास बात यह है कि इतने बड़े अपराधी की पुलिस के पास कोई तस्वीर तक नहीं थी. यही वजह थी कि आरोपी लगातार पुलिस को चकमा देने में कामयाब होता रहा. फरारी के दौरान अपराधी ने शादी की. इस शादी से उसके दो बच्चे भी हैं.

पुलिस पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि आरोपी लाल सिंह गोल्डन जुबली होने पर पुलिस के सामने सरेंडर करने वाला था. आरोपी की अभी 53 साल का है और वह 55 साल का होने पर सरेंडर करने वाला था. क्योंकि अपराधी का दावा था कि उसे कोई पकड़ नहीं सकता है. आरोपी बड़ी संख्या में डॉग्स पालता था. इसकी वजह थी अगर कोई अनजान व्यक्ति आए तो उनके भौंकने से वह अलर्ट हो जाए.

23 सालों से फरार खूंखार अपराधी गिरफ्तार

बाड़मेर. जोधपुर रेंज की पुलिस की टीमों ने बाड़मेर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 23 सालों से फरार खूंखार अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी पर हत्या सहित कई गंभीर प्रकरण दर्ज हैं. इसके साथ ही वह करीबन 60 हजार रुपए का ईनामी भी है. आरोपी के साथ उसका एक सहयोगी भी गिरफ्तार हुआ है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हथियारों का जखीरा और एक लाख से अधिक की नकदी भी बरामद की है. आरोपी ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

वर्ष 2001 में पेरोल के दौरान हुआ था फरार: बुधवार को जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बाड़मेर में प्रेस वार्ता का आयोजन कर पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 23 सालों से फरार इनामी अपराधी लालसिंह को काफी जदोजहद के बाद गिरफ्तार किया गया है. इस आरोपी पर हत्या सहित हर तरह के कुल 20 मुकदमे दर्ज हैं. हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था. 2001 में पेरोल के दौरान फरार हो गया था. उन्होंने बताया कि आरोपी लाल सिंह के फरार होने के बाद से पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी.

पढ़ें: डकैती के 37 साल पुराने मामले में पुलिस अब कर पाई आरोपी को गिरफ्तार - Maharashtra Crime News

आरोपी पुलिस की भनक लगते ही हो जाता फरार: आईजी विकास कुमार ने बताया कि फरार आरोपी लालसिंह को लेकर रेंज स्तरीय साईक्लोनर सेल को कुछ दिनों पहले जानकारी मिली थी कि आरोपी जैसलमेर में अवैध हथियार, गोला-बारूद की गोरखधंधा कर रहा है. इस पर विशेष टीमों को जैसलमेर भेजा गया, लेकिन आरोपी को पहले ही भनक लग गई और वह फरार हो गया.

इसके बाद पुलिस ने कई जगहों पर दबिश थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. आईजी ने बताया कि आज सूचना मिलती थी कि आरोपी लालसिंह बाड़मेर जिले के एक गांव में है. लेकिन आरोपी चकमा देकर यहां से भी फरार हो गया. लेकिन फिर भी पुलिस ने लगातार आरोपों का पीछा किया. जिसके चलते पुलिस ने बिशाला गांव के पास काफी प्रयासों के बाद आरोपी और उसके एक साथी राणाराम को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने हथियारों का जखीरा, नकदी और एक वाहन इनके कब्जे से बरामद किया है.

पढ़ें: 15-15 हजार के इनामी 3 बदमाश गिरफ्तार, पुलिस पर पथराव करने के मामले में चल रहे थे फरार - 3 Absconding Criminals Arrested

1994 में पहली दर्ज हुआ था मामला: पुलिस के अनुसार लालसिंह ने पहली बार वर्ष 1994 में बदले की भावना से हरलाल सियाग बेरहमी से हत्या की थी. इस मामले में आरोपी को वर्ष 1994 में आजीवन कारावास की सजा हुई थी. वर्ष 2002 में पैरोल पर जेल से बाहर आ कर फरार हो गया था. इस बीच आरोपी लाल सिंह लगातार अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया. वह लगभग पिछले 30 वर्षों से अपराध में लिप्त है एवं आरोपी पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, चोरी, नकबजनी, अपहरण, गंभीर मारपीट, आर्म्स एक्ट, राजकार्य में बाधा एवं पैरोल से फरार इत्यादि के मामले दर्ज हैं. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से तीन हथियार मय 300 से ज्यादा कारतूस, तलवार, चाकू एवं गुप्ती, बारूद बनाने का सामान, फर्जी नम्बर प्लेट, हिसाब-किताब की डायरियां एवं कुछ अन्य सामान के अलावा कुल 1,00,095 नकद राशि बरामद की है.

पढ़ें: कांस्टेबल संजय गुर्जर मर्डर केस का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, 3 साल से चल रहा था फरार - Constable Sanjay Gurjar Murder Case

पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने दावा करते हुए बताया कि अपने हथियारों, गोलों बारूदों और अपनी हिम्मत के बूते दो दिन तक जिले की पुलिस का मुकाबला कर सकता हूं. इसलिए वह अपने साथ हथियारों और कारतूसों का जखीरा लेकर चलता था. पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी ने अपने सहयोगी को यह भी कह रखा था कि अगर पुलिस आए, तो तुम भाग जाना, मैं अकेला पुलिस का 2 दिन तक मुकाबला करूंगा.

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने किया कई खुलासे: पुलिस पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि वह 23 सालों से बाड़मेर—जैसलमेर इलाके में ही रह रहा था. खास बात यह है कि इतने बड़े अपराधी की पुलिस के पास कोई तस्वीर तक नहीं थी. यही वजह थी कि आरोपी लगातार पुलिस को चकमा देने में कामयाब होता रहा. फरारी के दौरान अपराधी ने शादी की. इस शादी से उसके दो बच्चे भी हैं.

पुलिस पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि आरोपी लाल सिंह गोल्डन जुबली होने पर पुलिस के सामने सरेंडर करने वाला था. आरोपी की अभी 53 साल का है और वह 55 साल का होने पर सरेंडर करने वाला था. क्योंकि अपराधी का दावा था कि उसे कोई पकड़ नहीं सकता है. आरोपी बड़ी संख्या में डॉग्स पालता था. इसकी वजह थी अगर कोई अनजान व्यक्ति आए तो उनके भौंकने से वह अलर्ट हो जाए.

Last Updated : Apr 3, 2024, 10:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.