कानपुर: एक ओर 22 जनवरी के लिए कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों ने यह दावा किया था कि शहर में किसी अराजक तत्व की गतिविधि देखने के लिए 26 हजार कैमरे लगाए गए हैं. वहीं, दूसरी ओर शहर के गंगा बैराज पर युवकों ने एक ऐसा स्टंट वाला वीडियो बनाकर उसे वायरल कराया, जिसने पुलिस अफसरों के दावों की पोल खोल दी.
युवकों के वीडियो ने साबित कर दिया कि न उन्हें पुलिस का डर है, न सीएम योगी का कोई खौैफ. युवकों के खिलाफ कोई कार्रवाई न कर सके, इसके लिए युवक अपनी लग्जरी गाड़ियों में भगवा ध्वज लगाए थे और इसके उलट उनकी जो नंबर प्लेट थीं, उन पर नंबर इस तरह लिखे थे कि वो कोई पुलिस वाला समझ ही नहीं सकता. वीडियो में एक युवक उस समय अर्धनग्न होकर चलता दिख रहा, जिस समय अच्छी संख्या में राहगीर व लोग अपने परिवार के साथ निकलते हैं. कई लोगों ने वीडियो देखकर कहा कि युवकों ने अश्लीलता और फूहड़ता की हदें पार कर दीं, जबकि आस्था के नाम पर ऐसा कृत्य करने से बचना चाहिए. अब डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है और कहा कि युवकों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करेंगे जो नजीर बने.
पुलिस के ढुलमुल रवैये के चलते स्टंटबाजों के हौसले बुलंद: शहर में पुलिस के ढुलमुल रवैये से स्टंटबाजों के हौसले बुलंद हैं. अधिकतर स्टंटबाज मौका मिलते ही गंगा बैराज पर पहुंच जाते हैं और स्टंटबाजी से राहगीरों की मुश्किलें बढ़ाते हैं. कुछ स्टंटबाज तो यह ठोस दावे के साथ कहते हैं कि वह पुलिस के सामने स्टंट करते हैं. लेकिन, पुलिस की हिम्मत नहीं कि वह उनका चालान तक कर सके. ताज्जुब की बात यह भी है कि गंगा बैराज पर अच्छी संख्या में कैमरे लगे हैं. लेकिन, कैमरों में पुलिस को इन स्टंटबाजों की हरकतें नहीं दिखतीं. शायद पुलिस के आला अफसर ही इनकी आजादी के लिए असल जिम्मेदार बन चुके हैं. ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
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