उत्तरकाशी: जिला पुलिस ने लंबे समय बाद वन्य जीव तस्करी के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है. उत्तरकाशी पुलिस, एसओजी और वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) दिल्ली की संयुक्त टीम ने देहरादून-नौगांव राष्ट्रीय राजमार्ग पर जरड़ाखड्ड के पास से एक युवक को गुलदार (तेंदुआ) की दो खालों के साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी इन खालों को रिखनाड़ लाखामंडल, देहरादून के जंगलों से लाकर तराई क्षेत्र में बेचने के मकसद से आया था. एसपी उत्तरकाशी ने पुलिस टीम की सफलता पर 5 हजार रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की है. इसके साथ ही आरोपी की हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है.
उत्तरकाशी पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते वन्यजीव अंगों की तस्करी के खिलाफ पुलिस टीम को मिली सफलता की जानकारी दी. डीएसपी प्रशांत कुमार ने बताया कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और पुरोला पुलिस ने गहन छानबीन कर गुलदार की खालों की तस्करी की जानकारी जुटाई. इस पर गत शुक्रवार देर रात डब्ल्यूसीसीबी की टीम के साथ आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बुना गया. देर रात करीब साढ़े दस बजे देहरादून-नौगांव राष्ट्रीय राजमार्ग पर जरड़ाखड्ड के पास से वरूण उर्फ लक्की निवासी नाड़ा लाखामंडल देहरादून को गिरफ्तार किया गया है.
आरोपी के कब्जे से गुलदार की दो खालें बरामद हुई हैं. वन विभाग की टीम ने इन खालों की तस्दीक करते हुए एक गुलदार की उम्र करीब डेढ़ साल और दूसरे की करीब 5 से 6 साल बताई है. मामले में संबंधित के खिलाफ पुरोला थाने में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में केस दर्ज किया गया है. अभियुक्त को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा है.
पांच साल बाद आया मामला: उत्तरकाशी में वन्यजीव अंगों की तस्करी से जुड़ा ये मामला पांच साल बाद आया है. इससे पहले जिले में वर्ष 2018 में थाना बड़कोट क्षेत्रांतर्गत 2 गुलदार की खालों के साथ एक व्यक्ति को पकड़ा था. वहीं इससे पूर्व वर्ष 2012 में थाना धरासू क्षेत्रांतर्गत गुलदार की दो खालें पकड़ी गई थी. मामले में दस लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
ये भी पढ़ेंः कस्तूरी और कस्तूरी मृग के दांतों के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस