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लूट कांड का खुलासा: बदमाशों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर हुई फायरिंग, दो आरोपी गिरफ्तार

Haridwar robbery case हरिद्वार लूट कांड में बदमाशों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस पर आरोपियों ने फायरिंग कर दी थी, लेकिन इसके बाद भी आरोपी पुलिस के चंगुल से बच नहीं पाए और पुलिस ने दोनों आरोपियों को मौके पर ही दबोच लिया. हालांकि इस लूटकांड का एक आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसकी तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है.

Crime News
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 20, 2024, 3:55 PM IST

हरिद्वार: बीती 15 फरवरी को हरिद्वार जिले के सिडकुल थाना क्षेत्र में धनौरी पिरान कलियर निवासी से हुई लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है. जब पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने पहुंची तो उन्होंने भागने के लिए पुलिस पर फायर भी किया था. इसके बाद भी आरोपी अपने मसूबों में कामयाब नहीं हो पाए और पुलिस ने दोनों आरोपियों को मौके पर ही दबोच लिया.

अज्ञात बदमाशों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया था मुकदमा: हरिद्वार पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 15 फरवरी को हरिद्वार के सिडकुल थाना क्षेत्र में हजाराग्रंट आसफनगर के पास बदमाशों ने धनौरी पिरान कलियर के रहने वाले राहुल कुमार से तमंचा दिखाकर करीब डेढ लाख रुपए की लूट की थी. राहुल कुमार एक फाइनेंस कंपनी में काम करता है. इस मामले में राहुल ने सिडकुल थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.

मुखबिर की मदद से पुलिस बदमाशों तक पहुंची: मामले का खुलासा करने के लिए हरिद्वार एसएसपी के निर्देश पर पुलिस टीम का गठन किया गया. पुलिस टीम ने बदमाशों का पता लगाने के लिए वारदात स्थल के आसपास लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, इसी के साथ पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र भी सक्रिय किया.

बदमाशों ने पुलिस पर की फायरिंग: इसी बीच पुलिस को मुखबीर से आरोपियों के बारे में सुराग मिला, जिसके आधार पर पुलिस टीम ओसो आश्रम के पास पीर वाली गली में दो बदमाशों को गिरफ्तार करने पहुंची. बताया जा रहा है कि पुलिस ने दोनों बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया था, तभी बदमाशों ने पुलिस पर फायर झोंक दिया और भागने का प्रयास करने लगे. हालांकि पुलिस की मुस्तैदी के कारण बदमाश इसमें सफल नहीं हो पाए और पुलिस ने दोनों को मौके पर ही दबोच लिया.

आरोपियों के पास से हथियार बरामद: पुलिस की गिरफ्त में आए बदमाशों का नाम शिवकुमार पुत्र अमरनाथ निवासी सहारनपुर यूपी और गुलाम साबिर निवासी सिडकुल हरिद्वार है. आरोपियों के पास से पुलिस को 315 बोर का तमंचा, जिंदा कारतूस, एक खोखा और करीब बीस हजार रुपए नगद प्राप्त हुए है. इसके अलावा पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक और मोबाइल की जब्त किया है.

आरोपियों पर हत्या के प्रयास का मुकमदा भी दर्ज: वहीं, बदमाश शिवकुमार की निशानदेही पर पुलिस ने उसकी ससुराल से तीन हजार रुपए कैंश, लूट का बैग, फिंगर प्रिंट वाली मशीन और कंपनी की आईडी आदि बरामद की. हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि दोनों आरोपी शिवकुमार और गुलाम साबिर ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर किया था, इसीलिए दोनों आरोपियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा भी दर्ज किया गया है.

शिवकुमार था लूट का मास्टरमाइंड: हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि इस पूरे लूटकांड का मास्टरमाइंड शिवकुमार था. शिवकुमार को पत्नी गर्भवती है. पत्नी के इलाज के लिए शिवकुमार को पैसे की जरूरत थी, जिसके लिए उसने अपने साथी गुलाम साबिर से बात की. गुलाम साबिर ने ये बात अपने एक अन्य दोस्त को बताई.

उसी से गुलाम साबिर को बताया कि एक व्यक्ति हर महीने की 15 तारीख को उनके गांव हजाराग्रंट में आता है और फाइनेंस की किस्तों को वसूल करके जाता है. इसके बाद ही तीनों ने फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी को लूटने की योजना बनाई. योजना के अनुसार ही तीनों बदमाशों ने 15 फरवरी को लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में अभी एक आरोपी फरार है.
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हरिद्वार: बीती 15 फरवरी को हरिद्वार जिले के सिडकुल थाना क्षेत्र में धनौरी पिरान कलियर निवासी से हुई लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है. जब पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने पहुंची तो उन्होंने भागने के लिए पुलिस पर फायर भी किया था. इसके बाद भी आरोपी अपने मसूबों में कामयाब नहीं हो पाए और पुलिस ने दोनों आरोपियों को मौके पर ही दबोच लिया.

अज्ञात बदमाशों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया था मुकदमा: हरिद्वार पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 15 फरवरी को हरिद्वार के सिडकुल थाना क्षेत्र में हजाराग्रंट आसफनगर के पास बदमाशों ने धनौरी पिरान कलियर के रहने वाले राहुल कुमार से तमंचा दिखाकर करीब डेढ लाख रुपए की लूट की थी. राहुल कुमार एक फाइनेंस कंपनी में काम करता है. इस मामले में राहुल ने सिडकुल थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.

मुखबिर की मदद से पुलिस बदमाशों तक पहुंची: मामले का खुलासा करने के लिए हरिद्वार एसएसपी के निर्देश पर पुलिस टीम का गठन किया गया. पुलिस टीम ने बदमाशों का पता लगाने के लिए वारदात स्थल के आसपास लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, इसी के साथ पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र भी सक्रिय किया.

बदमाशों ने पुलिस पर की फायरिंग: इसी बीच पुलिस को मुखबीर से आरोपियों के बारे में सुराग मिला, जिसके आधार पर पुलिस टीम ओसो आश्रम के पास पीर वाली गली में दो बदमाशों को गिरफ्तार करने पहुंची. बताया जा रहा है कि पुलिस ने दोनों बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया था, तभी बदमाशों ने पुलिस पर फायर झोंक दिया और भागने का प्रयास करने लगे. हालांकि पुलिस की मुस्तैदी के कारण बदमाश इसमें सफल नहीं हो पाए और पुलिस ने दोनों को मौके पर ही दबोच लिया.

आरोपियों के पास से हथियार बरामद: पुलिस की गिरफ्त में आए बदमाशों का नाम शिवकुमार पुत्र अमरनाथ निवासी सहारनपुर यूपी और गुलाम साबिर निवासी सिडकुल हरिद्वार है. आरोपियों के पास से पुलिस को 315 बोर का तमंचा, जिंदा कारतूस, एक खोखा और करीब बीस हजार रुपए नगद प्राप्त हुए है. इसके अलावा पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक और मोबाइल की जब्त किया है.

आरोपियों पर हत्या के प्रयास का मुकमदा भी दर्ज: वहीं, बदमाश शिवकुमार की निशानदेही पर पुलिस ने उसकी ससुराल से तीन हजार रुपए कैंश, लूट का बैग, फिंगर प्रिंट वाली मशीन और कंपनी की आईडी आदि बरामद की. हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि दोनों आरोपी शिवकुमार और गुलाम साबिर ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर किया था, इसीलिए दोनों आरोपियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा भी दर्ज किया गया है.

शिवकुमार था लूट का मास्टरमाइंड: हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि इस पूरे लूटकांड का मास्टरमाइंड शिवकुमार था. शिवकुमार को पत्नी गर्भवती है. पत्नी के इलाज के लिए शिवकुमार को पैसे की जरूरत थी, जिसके लिए उसने अपने साथी गुलाम साबिर से बात की. गुलाम साबिर ने ये बात अपने एक अन्य दोस्त को बताई.

उसी से गुलाम साबिर को बताया कि एक व्यक्ति हर महीने की 15 तारीख को उनके गांव हजाराग्रंट में आता है और फाइनेंस की किस्तों को वसूल करके जाता है. इसके बाद ही तीनों ने फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी को लूटने की योजना बनाई. योजना के अनुसार ही तीनों बदमाशों ने 15 फरवरी को लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में अभी एक आरोपी फरार है.
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