रुड़की: हरिद्वार के भगवानपुर थाना पुलिस ने 13 वर्षीय नाबालिग किशोर की हत्या का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने किशोर की हत्या के मामले में एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है. दरअसल पकड़े गए आरोपी के एक महिला से नाजायज संबंध थे और मृतक किशोर ने उनको आपत्तिजनक हालत में देख लिया था. वहीं आरोपी के नाजायज ताल्लुकात के बारे में उसके परिवार को न बता दें, इससे बचने के लिए आरोपी ने किशोर की हत्या कर दी और किशोर के शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया था.
बता दें कि बीती 23 फरवरी को भगवानपुर क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपने 13 वर्षीय नाबालिग बेटे की भगवानपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी, जिसकी विवेचना एएसआई प्रमोद सेमवाल द्वारा की जा रही थी. इसी दौरान 25 फरवरी को गुमशुदा किशोर का शव गांव में एक गन्ने के खेत से बरामद हुआ, जो प्रथम दृष्टया देखने से हत्या कर शव को गन्ने के खेत में फेंकना प्रकाश में आया. मृतक के शव का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल के माध्यम से कराया गया. साथ ही मुकदमा उपरोक्त में धारा 302 भादवि में तरमीम कर विवेचना प्रभारी निरीक्षक भगवानपुर के द्वारा स्वयं की गई.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार द्वारा स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए टीम गठित कर हत्या के जल्द खुलासे के लिए दिशा निर्देश दिए.वहीं सीओ मंगलौर के नेतृत्व में एसओ भगवानपुर द्वारा 4 अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गई. 2 टीमों द्वारा घटनास्थल के आसपास के गांव में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. साथ ही दो टीमों द्वारा मैनुअल सुरागरसी पतारसी की गई. पुलिस टीम को मालूम हुआ कि 19 फरवरी को गांव में दो शादियां थी. पूछताछ में यह भी प्रकाश में आया कि किशोर अपने हम उम्र गांव के बच्चों के साथ शादियों में बारातियों द्वारा फेंके गए पैसों को उठाता था.
टीम द्वारा दोनों शादियों की वीडियो फुटेज खंगालने पर मृतक किशोर दिन की शादी में शामिल दिखा, लेकिन रात की शादी में किसी वीडियो में दिखाई नहीं दिया. साथ ही उसके करीबियों से पूछताछ की गई. लेकिन खास पता नहीं चल पाया. वहीं मृतक के परिजनों व अन्य गांव के बच्चों व व्यक्तियों के बयानों में यह बात सामने आई कि किशोर पैसे के लालच में आकर किसी के साथ भी चला जाता था. लेकिन वह जान पहचान वाले व्यक्ति के साथ ही जाता था. वहीं घटना में कोई लीड न मिलने पर हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल घटना की मॉनिटरिंग करने लगे. वहीं गांव के एक कैमरे में किशोर एक व्यक्ति के साथ गांव से बाहर जाता दिखाई दिया. वहीं पिता द्वारा मृतक बेटे की पहचान तो की गई, लेकिन साथ वाले व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई.
काफी पूछताछ करने के बाद यह बात प्रकाश में आई कि यह व्यक्ति दिन में कंपनी में काम करता है. वहीं इसी आधार पर अलग-अलग पुलिस टीमों द्वारा पास की फैक्ट्री में सत्यापन किया गया. जिसमें कई संदिग्ध प्रकाश में आए जो दिन में ड्यूटी करते हैं और रात में जाते हैं. लेकिन फैक्ट्री में उक्त व्यक्ति के सत्यापन के संबंध में सबसे अधिक संदिग्ध व्यक्ति का नाम सामने आया, जो गांव में किराए पर रहता था. इसके बाद पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्ति की गांव में तलाश की गई. लेकिन उक्त व्यक्ति गांव में नहीं मिला, वहीं आरोपी मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश, हाल में भगवानपुर के गांव में रह रहा था. पुलिस टीम द्वारा बीते दिन आरोपी को कम्पनी को जाने वाले रास्ते से धर दबोचा.
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने हत्या का पूरा राज खोल दिया. आरोपी अपने माता पिता व दो बच्चों के साथ ग्राम में पिछले 6 माह से अपने रिश्तेदार के यहां किराए पर रह रहा था. वहीं उसकी पत्नी का देहांत साल 2020 में हो चुका था. वह एक महिला को बीती 18 फरवरी को गांव के समीप गन्ने के खेत में लेकर गया, वहां पर पास में एक खाली प्लॉट में मृतक किशोर एक अन्य बच्चे खेल रहे थे. जिनकी बॉल गन्ने के खेत में आ गई और मृतक के द्वारा उसे महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया, उस समय आरोपी ने किशोर को समझाया कि यह बात किसी को नहीं बताने को कहा, लेकिन वह बच्चा नहीं माना और वहां से भाग गया.
किशोर उसके बच्चों के साथ अक्सर गांव में ठेली पर चाऊमीन खाने जाता था, इस बात से वह घबरा गया कि अगर उसने यह बात मेरे परिवार वालों या गांव में किसी को बता दी तो समाज में उसकी बेइज्जती हो जाएगी. उस दिन शाम को आरोपी ने काफी शराब पीकर किशोर को तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिला.अगले दिन किशोर स्कूल के पास मिला, तभी उसने उसे ठिकाने लगाने का प्लान तैयार कर लिया.पैसे का लालच देकर आंटी से मिलने को कहकर वो बच्चे को अपने साथ ले लिया. जिसके बाद गन्ने के खेत में उसका गला दबाकर हत्या कर दी और शव खेत में ही फेंक दिया.
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