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देहरादून में फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच डाली जमीन, एक और आरोपी गिरफ्तार, चेन स्नैचर भी चढ़ा हत्थे - Dehradun Land Fraud Accused Arrest

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 2, 2024, 10:33 PM IST

Fake Documents Land Sale Case in Dehradun देहरादून में फर्जी दस्तावेज बनाकर दूसरे की जमीन बेचने वाले गिरोह का एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में अभी तक 6 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. आरोपियों ने बेहद शातिराना तरीके से धोखाधड़ी को अंजाम दिया था. जानिए किस तरह से देते थे धोखाधड़ी?

Dehradun Land Fraud Accused Arrest
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (फोटो- Police)

देहरादून: जमीन धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहा आरोपी हरिद्वार से गिरफ्तार हो गया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इसके अलावा संगठित गिरोह के कई आरोपी दून पुलिस के रडार पर है. जिसके लिए उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में पुलिस की लगातार दबिश जारी है. उधर, अंतरराज्यीय चेन स्नैचर भी हत्थे चढ़ा है.

5 करोड़ रुपए की दिखाई थी प्लॉट: दरअसल, बीती 10 जून को राकेश बत्ता ने पुलिस में एक तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने बताया कि गिरीश कोटियाल, दिनेश कुमार अग्रवाल (वरिष्ठ आर्किटेक्ट) और राजीव कुमार नाम के व्यक्ति ने उन्हें राजपुर रोड स्थित एक प्लॉट दिखाया. जिसकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपए थी. उसे बताया गया कि यह अरशद कय्यूम नाम के व्यक्ति की है, जो उनका जानने वाला है. वो उससे बात करके प्लॉट की रजिस्ट्री पीड़ित के नाम पर करवा देंगे. उसके बाद तीनों लोगों ने पीड़ित की अरशद कय्यूम नाम के व्यक्ति से मुलाकात कराई.

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बना एग्रीमेंट: आरोप है कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पीड़ित को धोखा देकर उससे एक एग्रीमेंट बनाया. जिसके बाद अरशद कय्यूम के नाम पर 55 लाख रुपए खाते में और 25 लाख नकद लिए गए. जब पीड़ित राकेश बत्ता प्लॉट में कब्जा लेने पहुंचा तो वहां पर अरशद कय्यूम नाम का व्यक्ति मौजूद मिला. जिसने अपनी प्रॉपर्टी के पेपर दिखाते हुए उसे अपना बताया. जिस पर पीड़ित को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई.

तहरीर के आधार पर राजपुर थाने में आरोपी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. राजपुर थाना पुलिस ने 11 जून को साक्ष्यों के आधार पर आरोपी गिरीश कोठियाल, दिनेश अग्रवाल और राजीव कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा. आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस की ओर से आरोपी प्रमोद कुमार (फर्जी अरशद कय्यूम) को 19 जून को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया.

पूछताछ के आधार पर सामने आए दो आरोपी इनाम अहमद और मोहम्मद वसीम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम ने लगातार संभावित स्थानों पर दबिश दी, लेकिन दोनों आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचते हुए लगातार फरार चल रहे थे. जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट हासिल किए थे.

27 अगस्त को इनाम अहमद तो 2 सितंबर को मोहम्मद वसीम हुआ गिरफ्तार: आरोपियों के लगातार फरार चलने पर एसएसपी ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर 5000 रुपए का इनाम घोषित किया. वहीं, पुलिस ने बीती 27 अगस्त को आरोपी इनाम अहमद को हरिद्वार से गिरफ्तार किया. इसके बाद आज यानी 2 सितंबर को मुकदमे में फरार चल रहे एक और इनामी आरोपी मोहम्मद वसीम को हरिद्वार के भगवानपुर के सिरचंडी से गिरफ्तार कर लिया.

इस तरह की थी धोखाधड़ी: पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके साथी इनाम का देहरादून में दिनेश अग्रवाल (आर्किटेक्ट) के पास आना जाना था. इनाम ने उन्हें धोरणखास राजपुर में सड़क से लगी एक भूमि की जानकारी दी. जिस पर कई सालों से कोई काबिज नहीं था. उन्होंने रजिस्ट्रार कार्यालय से भूमि के मालिक की जानकारी संबंधी दस्तावेज निकाले. जमीन अरशद कय्यूम निवासी रेलवे रोड भदोही (उत्तर प्रदेश) के नाम पर मिला.

इसके बाद आरोपी ने इनाम और अपने गांव के ही शबाब अहमदप्रमोद कुमार निवासी सहारनपुर के साथ मिलकर आरोपी प्रमोद कुमार का अरशद कय्यूम के नाम से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड भगवानपुर हरिद्वार से बनवाया. साथ ही फर्जी अरशद कय्यूम का बैंक खाता भगवानपुर में खुलवाया गया.

जब प्रमोद कुमार का फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड बन गया तो उसके बाद आरोपी ने अपने साथियों के साथ जमीन के लिए ग्राहक तलाश करने के लिए दिनेश अग्रवाल, राजीव कुमार और गिरीश कोठियाल को बताया. तीनों लोगों ने जमीन को पीड़ित राकेश बत्ता को दिखाया. पीड़ित को जमीन पसंद आ गई और पांच करोड़ रुपए में जमीन का सौदा तय हो गया.

जिसके बाद आरोपी इनाम और अपने एक अन्य साथी शबाब अहमद के साथ जमीन का सौदा करने के लिए प्रमोद कुमार (फर्जी अरशद कय्यूम) को लेकर देहरादून आया. जहां आरोपियों ने प्रमोद कुमार को फर्जी अरशद कय्यूम के रूप में पीड़ित यानी राकेश बत्ता से मिलवाया. जमीन के सौदे के एवज में मिली धनराशि को आपस में बांट लिया. सौदे की बाकी राशि आरोपियों को जमीन की रजिस्ट्री के समय मिलनी थी, लेकिन उससे पहले ही पीड़ित को जमीन के फर्जी होने की जानकारी मिल गई.

"मामले के मुकदमे में 2 अन्य आरोपियों के नाम सामने आए हैं, जो फरार चल रहे हैं. जिनकी तलाश के लिए पुलिस की ओर से अन्य प्रदेशों में दबिश दी जा रही है." - पीडी भट्ट, थाना राजपुर प्रभारी

देहरादून में अंतरराज्यीय चेन स्नैचर चढ़ा हत्थे: बुजुर्ग महिला के साथ चेन लूट की घटना को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय चेन स्नैचर को कोतवाली नगर पुलिस ने नेशनल हिंदू कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया है. आरोपी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में लूट, चोरी समेत कई अन्य आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका था. आरोपी के कब्जे से देहरादून, हरिद्वार और नजीबाबाद से संबंधित घटनाओं का माल बरामद हुआ है.

दरअसल, बीती 16 अगस्त को मोथरोवाला निवासी गणेश कोठियाल ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि 16 अगस्त को दोपहर के समय उनकी माताजी उनके वन विभाग के ऑफिस तिलक रोड से अपने दो अन्य साथियों के साथ बाजार की तरफ जा रही थी. तभी एक अज्ञात बाइक सवार पीछे से झपटा और उनकी माताजी की सोने की चेन छीन ली.

वहीं, पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कोतवाली नगर पर एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया. जिसके बाद मुखबिर के माध्यम से मिली सूचना पर पुलिस टीम ने घटना में शामिल आरोपी नजर हसन को नेशनल हिंदू कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया गया. आरोपी के खिलाफ कोतवाली नगर में दो, नजीबाबाद, डोईवाला, पौड़ी और नेहरू कॉलोनी में थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज है.

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देहरादून: जमीन धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहा आरोपी हरिद्वार से गिरफ्तार हो गया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इसके अलावा संगठित गिरोह के कई आरोपी दून पुलिस के रडार पर है. जिसके लिए उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में पुलिस की लगातार दबिश जारी है. उधर, अंतरराज्यीय चेन स्नैचर भी हत्थे चढ़ा है.

5 करोड़ रुपए की दिखाई थी प्लॉट: दरअसल, बीती 10 जून को राकेश बत्ता ने पुलिस में एक तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने बताया कि गिरीश कोटियाल, दिनेश कुमार अग्रवाल (वरिष्ठ आर्किटेक्ट) और राजीव कुमार नाम के व्यक्ति ने उन्हें राजपुर रोड स्थित एक प्लॉट दिखाया. जिसकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपए थी. उसे बताया गया कि यह अरशद कय्यूम नाम के व्यक्ति की है, जो उनका जानने वाला है. वो उससे बात करके प्लॉट की रजिस्ट्री पीड़ित के नाम पर करवा देंगे. उसके बाद तीनों लोगों ने पीड़ित की अरशद कय्यूम नाम के व्यक्ति से मुलाकात कराई.

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बना एग्रीमेंट: आरोप है कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पीड़ित को धोखा देकर उससे एक एग्रीमेंट बनाया. जिसके बाद अरशद कय्यूम के नाम पर 55 लाख रुपए खाते में और 25 लाख नकद लिए गए. जब पीड़ित राकेश बत्ता प्लॉट में कब्जा लेने पहुंचा तो वहां पर अरशद कय्यूम नाम का व्यक्ति मौजूद मिला. जिसने अपनी प्रॉपर्टी के पेपर दिखाते हुए उसे अपना बताया. जिस पर पीड़ित को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई.

तहरीर के आधार पर राजपुर थाने में आरोपी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. राजपुर थाना पुलिस ने 11 जून को साक्ष्यों के आधार पर आरोपी गिरीश कोठियाल, दिनेश अग्रवाल और राजीव कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा. आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस की ओर से आरोपी प्रमोद कुमार (फर्जी अरशद कय्यूम) को 19 जून को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया.

पूछताछ के आधार पर सामने आए दो आरोपी इनाम अहमद और मोहम्मद वसीम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम ने लगातार संभावित स्थानों पर दबिश दी, लेकिन दोनों आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचते हुए लगातार फरार चल रहे थे. जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट हासिल किए थे.

27 अगस्त को इनाम अहमद तो 2 सितंबर को मोहम्मद वसीम हुआ गिरफ्तार: आरोपियों के लगातार फरार चलने पर एसएसपी ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर 5000 रुपए का इनाम घोषित किया. वहीं, पुलिस ने बीती 27 अगस्त को आरोपी इनाम अहमद को हरिद्वार से गिरफ्तार किया. इसके बाद आज यानी 2 सितंबर को मुकदमे में फरार चल रहे एक और इनामी आरोपी मोहम्मद वसीम को हरिद्वार के भगवानपुर के सिरचंडी से गिरफ्तार कर लिया.

इस तरह की थी धोखाधड़ी: पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके साथी इनाम का देहरादून में दिनेश अग्रवाल (आर्किटेक्ट) के पास आना जाना था. इनाम ने उन्हें धोरणखास राजपुर में सड़क से लगी एक भूमि की जानकारी दी. जिस पर कई सालों से कोई काबिज नहीं था. उन्होंने रजिस्ट्रार कार्यालय से भूमि के मालिक की जानकारी संबंधी दस्तावेज निकाले. जमीन अरशद कय्यूम निवासी रेलवे रोड भदोही (उत्तर प्रदेश) के नाम पर मिला.

इसके बाद आरोपी ने इनाम और अपने गांव के ही शबाब अहमदप्रमोद कुमार निवासी सहारनपुर के साथ मिलकर आरोपी प्रमोद कुमार का अरशद कय्यूम के नाम से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड भगवानपुर हरिद्वार से बनवाया. साथ ही फर्जी अरशद कय्यूम का बैंक खाता भगवानपुर में खुलवाया गया.

जब प्रमोद कुमार का फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड बन गया तो उसके बाद आरोपी ने अपने साथियों के साथ जमीन के लिए ग्राहक तलाश करने के लिए दिनेश अग्रवाल, राजीव कुमार और गिरीश कोठियाल को बताया. तीनों लोगों ने जमीन को पीड़ित राकेश बत्ता को दिखाया. पीड़ित को जमीन पसंद आ गई और पांच करोड़ रुपए में जमीन का सौदा तय हो गया.

जिसके बाद आरोपी इनाम और अपने एक अन्य साथी शबाब अहमद के साथ जमीन का सौदा करने के लिए प्रमोद कुमार (फर्जी अरशद कय्यूम) को लेकर देहरादून आया. जहां आरोपियों ने प्रमोद कुमार को फर्जी अरशद कय्यूम के रूप में पीड़ित यानी राकेश बत्ता से मिलवाया. जमीन के सौदे के एवज में मिली धनराशि को आपस में बांट लिया. सौदे की बाकी राशि आरोपियों को जमीन की रजिस्ट्री के समय मिलनी थी, लेकिन उससे पहले ही पीड़ित को जमीन के फर्जी होने की जानकारी मिल गई.

"मामले के मुकदमे में 2 अन्य आरोपियों के नाम सामने आए हैं, जो फरार चल रहे हैं. जिनकी तलाश के लिए पुलिस की ओर से अन्य प्रदेशों में दबिश दी जा रही है." - पीडी भट्ट, थाना राजपुर प्रभारी

देहरादून में अंतरराज्यीय चेन स्नैचर चढ़ा हत्थे: बुजुर्ग महिला के साथ चेन लूट की घटना को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय चेन स्नैचर को कोतवाली नगर पुलिस ने नेशनल हिंदू कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया है. आरोपी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में लूट, चोरी समेत कई अन्य आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका था. आरोपी के कब्जे से देहरादून, हरिद्वार और नजीबाबाद से संबंधित घटनाओं का माल बरामद हुआ है.

दरअसल, बीती 16 अगस्त को मोथरोवाला निवासी गणेश कोठियाल ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि 16 अगस्त को दोपहर के समय उनकी माताजी उनके वन विभाग के ऑफिस तिलक रोड से अपने दो अन्य साथियों के साथ बाजार की तरफ जा रही थी. तभी एक अज्ञात बाइक सवार पीछे से झपटा और उनकी माताजी की सोने की चेन छीन ली.

वहीं, पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कोतवाली नगर पर एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया. जिसके बाद मुखबिर के माध्यम से मिली सूचना पर पुलिस टीम ने घटना में शामिल आरोपी नजर हसन को नेशनल हिंदू कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया गया. आरोपी के खिलाफ कोतवाली नगर में दो, नजीबाबाद, डोईवाला, पौड़ी और नेहरू कॉलोनी में थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज है.

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