मिर्जापुर : जिले के एक पति अपनी पत्नी के खिलाफ अनोखा विरोध कर रहा है. उसका आरोप है कि उसकी पत्नी ने उस पर और उसके परिवार पर घरेलू हिंसा का झूठा मुकदमा दर्ज कराकर घर से निकाल दिया है. उसने विदेश से नौकरी कर मेहनत से कमाए रुपये से पत्नी के नाम संपत्ति खरीदी थी. अब पत्नी दगाबाज निकल गई है. वह कई बार अपनी बेगुनाही का सबूत दे चुका है. इसके बावजूद उसकी सुनवाई नहीं हो रही है. इससे परेशान होकर वह जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठकर गुजारा भत्ता मांग रहा है.
मामला जनपद के नगर क्षेत्र के शिवाला महंत का है. यहां के रहने वाले कमाल अहमद ने बताया कि उनकी शादी साल 1992 में हुई थी. उनकी तीन बच्चे हैं. वह ओमान में नौकरी करते थे. वह वहां से पत्नी को पैसे भेजा करते थे. इसके अलावा विदेश में कमाए पैसे से उन्होंने पत्नी के नाम संपत्ति भी खरीदी. पांच साल पहले पत्नी ने माता-पिता, भाई भाभी और उस पर घरेलू हिंसा का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया. वह ओमान से मुकदमे की सुनवाई के लिए आते रहे. इस पर उनके कुल 15 लाख रुपये खर्च हो गए. पत्नी ने मकान को हड़प लिया है. उसने पूरे परिवार को घर से निकाल दिया है.
कमाल अहमद का आरोप है कि उन्होंने पत्नी पर कार्रवाई की मांग की लेकिन सुनवाई नहीं है. कई सबूत देने के बावजूद फरेबी पत्नी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इससे वह और उनका परिवार काफी परेशान है. इससे मजबूर होकर उन्हें कलेक्ट्रेट में धरना देना पड़ रहा है. वह पत्नी गुजारा भत्ता मांग रहे हैं. कमाल अहमद का कहना है कि इसके जरिए वह लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं. पत्नी की नाम कभी कोई प्रॉपर्टी नहीं खरीदनी चाहिए. औरतों के लिए बहुत कानून हैं लेकिन पुरुषों के लिए बहुत कम कानून हैं. औरत दोषी है तो उसे भी सजा होनी चाहिए.
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