अलीगढ़: जिले में 50 फीट ऊंचाई पर मांझे में फंसी कोयल को बचाने के लिए पहुंची वन विभाग और पुलिस की टीम ने हाथ खड़े कर दिए. वहीं, मेनका गांधी के एक फोन पर अलीगढ़ जिला प्रशासन कोयल को बचाने के लिए दौड़ पड़ा. दरअसल, थाना क्वार्सी क्षेत्र के ज्वालापुरी के करीब पानी की टंकी के पास पीपल के पेड़ पर मांझे में कोयल फंस गई थी. स्थानीय लोगों ने सुबह आठ बजे देखा तो बचाने का उपाय किया. लेकिन, नाकाम रहे.
वहीं, इसकी सूचना जीव दया फाउंडेशन के वालंटियर को मिली तो उसके लोग भी पहुंचे. 50 फीट की ऊंचाई पर कोयल फंसी हुई तड़प रही थी. दोपहर 12 बजे के करीब कोयल को बचाने के लिए वन विभाग को सूचना दी गई. वहीं, पुलिस भी पहुंची. लेकिन, वन विभाग के लोगों ने बिना कोशिश किए ही कोयल को बचाने के लिए हाथ खड़े कर दिए.
बताया जा रहा है कि करीब 50 फीट की ऊंचाई पर कोयल पीपल की पत्तियों के बीच में मांझे में फंसी हुई थी. काफी ऊंचाई होने की वजह से वन विभाग की टीम लौट गई. वहीं, पुलिस की टीम भी पहुंची. लेकिन, कोयल को रेस्क्यू नहीं कर पाई. इस दौरान जीव दया फाउंडेशन से जुड़ी आशा सिसौदिया और उनकी टीम ने इसकी सूचना सांसद मेनका गांधी को दी. उनके संज्ञान में मामला आते ही उन्होंने अग्निशमन विभाग और जिलाधिकारी को इस बारे में सूचना दी.
सांसद मेनका गांधी के फोन करने के बाद 20 मिनट के अंदर अग्निशमन विभाग की टीम पहुंची और कोयल को रेस्क्यू करने का काम शुरू किया. बांस के कई डंडे आपस में बांधकर अग्निशमन विभाग की टीम ने कोयल को बचाने का काम शुरू किया. करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद कोयल को बचाने में अग्निशमन विभाग की टीम सफल हुई. कोयल को जीव दया फाउंडेशन की निगरानी में रखा गया है. जहां उसकी हालत ठीक है.
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