नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की इंटरस्टेट सेल ने सनसनीखेज हत्या के मामले में फरार चल रहे एक कुख्यात बदमाश को धरदबोचने में कामयाबी हासिल की है. आरोपी के खिलाफ जहांगीर पुरी थाने में मामला दर्ज है. पुलिस काफी समय से इस बदमाश की सरगर्मी से तलाश में जुटी थी जिस पर 20 हजार का ईनाम भी घोषित था. आरोपी की पहचान अमित उर्फ काले उम्र 40 साल के रूप में की गई है.
22 मई, 2023 को बिजेंद्र यादव की हत्या का फरार आरोपी पकड़ाया
डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित गोयल ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 22 मई, 2023 को भलस्वा के रहने वाले बिजेंद्र यादव की संजू यादव, संदीप पंवार, जय सिंह और सूरज यादव ने अन्य लोगों के साथ मिलकर गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह सभी आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं और मृतक बिजेंद्र यादव से उनकी दुश्मनी थी. इस संबंध में 22 मई को आईपीसी की धारा 302/34 आईपीसी और आर्म्स एक्ट की धारा 27 के अंतर्गत जहांगीर पुरी थाने में मामला दर्ज किया था.
मामले की जांच के दौरान 3 आरोपी गिरफ्तार और एक हो गया था फरार
इस मामले की जांच के दौरान 3 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन एक आरोपी अमित उर्फ काले फरार था. उसके कई ठिकानों पर पुलिस ने दबिश भी दी लेकिन वह इन सभी जगहों से फरार हो गया. इसके बाद कोर्ट ने अमित उर्फ काले को भगोड़ा घोषित कर दिया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर की ओर से इस बदमाश की गिरफ्तारी पर 20,000 रुपए के इनाम की घोषणा की गई.
आरोपी पर पहले से हत्या और हत्या के प्रयास के 7 मामले दर्ज
जानकारी के मुताबिक आरोपी अमित उर्फ काले जहांगीरपुरी पुलिस थाने का घोषित बदमाश भी है जिसके खिलाफ पहले से हत्या और हत्या के प्रयास के 7 मामले दर्ज हैं. उसको हत्या और हत्या के प्रयास के तहत एक अन्य मामले में भी भगोड़ा घोषित कर रखा था. इस फरार अपराधी को पकड़ने का जिम्मा इंटरस्टेट सेल, क्राइम ब्रांच को सौंपा गया. इसके बाद क्राइम ब्रांच को उसके ठिकाने का सुराग हाथ लगा.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार इलाके से दबोचा
इस संबंध में हेड कांस्टेबल रामकेश को आरोपी अमित के बारे में कुछ इनपुट मिला जिसके बाद 30 मई 2024 को एसीपी/आईएससी रमेश चंदर लांबा के समग्र निरीक्षण और इंस्पेक्टर सतेंद्र मोहन की निगरानी में इंस्पेक्टर कमल की अगुवाई में एक टीम गठित की गई. जिसने आरोपी को पकड़ने का पूरा जाल बिछाया. इसके बाद टीम ने आरोपी आरोपी अमित उर्फ काले को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार इलाके से दबोच लिया.
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पुलिस की पकड़ से बचने के लिए आरोपी नहीं करता था फोन का इस्तेमाल
पुलिस जांच पड़ताल में पता चला कि आरोपी के खिलाफ पहले से ही दिल्ली के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में हत्या, हत्या के प्रयास, चोट पहुंचाने आदि के कुल 7 मामलों दर्ज हैं. वह कुख्यात अपराधी है और उसका जघन्य आपराधिक रिकॉर्ड है. वह भलस्वा के मर्डर मामले फरार होने के बाद पुलिस की पकड़ से बचने के लिए नियमित रूप से अपने ठिकाने तो बदलता ही रहा. साथ ही छिपने के लिए फोन का इस्तेमाल भी नहीं कर रहा था. आखिर क्राइम ब्रांच की टीम ने अब उसको अपनी गिरफ्त में ले लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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