नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स तस्करी के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. क्राइम ब्रांच ने गिरोह में शामिल दो विदेशी नागरिकों को उनके कार चालक सहित गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से 563 ग्राम कोकीन बरामद हुआ है जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 3.3 करोड़ रुपये है. क्राइम ब्रांच की एडिशनल पुलिस कमिश्नर संजय भाटिया ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. दो नाइजीरियाई नागरिकों को उनके कैब ड्राइवर के साथ गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से कोकीन की बरामद की गई है.
संजय भाटिया के मुताबिक क्राइम ब्रांच को एक नाइजीरियाई नागरिक ड्रग पेडलर के बारे में एक गुप्त सूचना मिली थी वह दिल्ली और एनसीआर में मादक पदार्थों की आपूर्ति करता है. इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए, ड्रग पेडलर को पकड़ने के लिए एक छापेमारी टीम का गठन किया गया। इस टीम ने एक नाइजीरियाई नागरिक जोशुआ अमरचुक्वा को उसके ड्राइवर/सहयोगी विनीत(24), निवासी श्रीनिवास पुरी, दिल्ली के साथ एक टैक्सी में पकड़ा. जोशुआ अमरचुक्वा की तलाशी के दौरान उसके कब्जे से 257 ग्राम कोकीन बरामद की गई.
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पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि माइक नामक एक नाइजीरियाई नागरिक ने उसे भारी मात्रा में कोकीन की आपूर्ति की थी. और वह इसे दिल्ली/एनसीआर में अपने ग्राहकों को बेचता था. आरोपी विनीत उसका स्थाई ड्राइवर है जो हर सौदे में उसके साथ रहता है और उसकी कैब में परिवहन सुविधा प्रदान करके उसकी सहायता करता है, ताकि पुलिस को कैब ड्राइवरों पर शक न हो. क्राइम ब्रांच में दोनों आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
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आरोपी जोशुआ अमरचुक्वा की निशानदेही पर उसके साथी कोने एन गोलो सेयडू उर्फ माइक को सोहना, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया. साथ ही उसके कब्जे से 306 ग्राम कोकीन बरामद की गई. आरोपी जोशुआ अमरचुक्वा 2021 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था और तब से दिल्ली के आश्रम क्षेत्र के सन लाइट कॉलोनी में रह रहा है. आसानी से पैसा कमाने के लिए वह नई दिल्ली के विकासपुरी में एक नाइजीरियन किचन में एक नाइजीरियन लड़के माइक के संपर्क में आया. माइक ने उससे वादा किया कि अगर वह उसके लिए काम करेगा तो वह आर्थिक मदद करेगा.
इसके बाद माइक मांग के अनुसार सामान की आपूर्ति के लिए उसे ग्राहकों के फोन नंबर भेजता था. माइक उसे ड्रग की हर आपूर्ति पर 1000 रुपये का भुगतान करता था. कुछ महीने पहले उसकी मुलाकात विनीत नाम के एक उबर कैब मालिक से हुई थी.
आरोपी कोने एन गोलो बिजनेस वीजा पर भारत आया था. उसने खुलासा किया कि वह दो महीने पहले नाइजीरिया से आया था और उस समय वह अपने साथ दो किलो कोकीन लाया था. वह केवल अपने ग्राहकों को ही ड्रग्स बेचता था और केवल उन्हीं लोगों को ड्रग्स देता था जो उसके परिचित थे. उसने दिल्ली/एनसीआर में एक बड़ा नेटवर्क स्थापित किया है. आरोपी विनीत उस कैब का मालिक/चालक है जिसका इस्तेमाल ड्रग्स सप्लाई करने के लिए किया गया था.
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