नई दिल्ली: सिरसपुर में 29 साल के शख्स पर लाठी, डंडों और पत्थरों से हमला करने के मास्टरमाइंड को क्राइम ब्रांच ने धरदबोचा है. पुलिस ने उसके साथी को भी गिरफ्तार कर लिया है. 29 जनवरी को कुछ स्थानीय लड़कों ने अनिल नाम के एक शख्स के घर पर ईंट, डंडों और पत्थरों से हमला बोल दिया था. जानकारी के मुताबिक, ये हमला पीड़ित और उसके परिवार की हत्या के इरादे से किया गया था. इसके बाद समयपुर बादली (Samaypur Badli) थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर आईपीसी की अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया था. इसमें दंगा (Riot) और हत्या की कोशिश की धाराएं भी शामिल की गईं थीं.
मामले की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंपा गया था, जिसने अब हमले के मास्टरमाइंड और उसके फरार साथी को धरदबोचा. डीसीपी (क्राइम) अमित गोयल के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि ये हमला शिकायतकर्ता और आरोपी व्यक्तियों के बीच इलाके में वर्चस्व को लेकर हुआ था. हालांकि, इस घटना के बाद पुलिस ने कुछ आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. इस हमले के बाद से फरार मास्टरमाइंड राजबीर उर्फ कैप्टन उर्फ मयंक और उसके साथी तुषार उर्फ तोता की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी. पुलिस के मुताबिक, हमले वाले दिन राजबीर ने ही बाकी दूसरे आरोपियों को इकट्ठा किया था.
इलाके में टेरर पैदा करने के लिए कराया था दंगाः इस हमले के बाद इंटरस्टेट सेल, क्राइम ब्रांच को इन शातिर वॉन्टेड अपराधियों को गिरफ्तार करने का जिम्मा सौंपा गया था. जिन्होंने इलाके में दंगा करके टेरर पैदा किया था. इसके लिए एसीपी रमेश चंद्र लांबा की निगरानी में इंस्पेक्टर सतेंद्र मोहन के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी. डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि 14 अप्रैल को हेड कांस्टेबल सुनील को दोनों फरार आरोपियों को लेकर एक गुप्त सूचना मिली थी.
बताया गया था कि वो अपने एक दोस्त की मैरिज एनिवर्सरी समारोह में शिरकत करने के लिए सुल्तानपुरी बस टर्मिनल के पास एक होटल में आएंगे. इसके बाद टीम ने जानकारी को पुख्ता करते हुए होटल पर छापेमारी कर दी. सेलिब्रेशन से गिरफ्तार किए गए दोनों शख्स की पहचान राजबीर उर्फ कैप्टन उर्फ मयंक और तुषार उर्फ तोता के रूप में हुई, जो हमले के आरोपी थे.
इनकी गिरफ्तारी के बाद यह भी पता चला कि राजबीर उर्फ कैप्टन उर्फ मयंक, समयपुर बादली थाने का घोषित बदमाश है. उसकी शिकायतकर्ता अनिल के साथ वर्चस्व को लेकर लड़ाई चल रही थी. घटना वाले दिन उसने शिकायतकर्ता को डराने और इलाके में अपना खौफ पैदा करने के लिए तुषार उर्फ तोता और अन्य आरोपियों के साथ मिलकर उसके घर पर ईंटों, पत्थरों और डंडों से हमला किया था. घटना के बाद से वे अपने दूसरे साथियों के यहां पर छुपे थे और मैरिज एनिवर्सरी मनाने के लिए एकत्र हुए थे.
बचपन में ही क्राइम की दुनिया में रख दिया था कदमः राजबीर ने 8वीं कक्षा तक पढ़ाई की है और पहले इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करता था. उसके ऊपर डकैती, आर्म्स एक्ट, स्नैचिंग, जबरन वसूली, हत्या का प्रयास, चोरी और आत्महत्या समेत छेड़छाड़ के लिए उकसाने समेत 9 मामले पहले से दर्ज हैं. किशोर अवस्था में भी राजबीर एक हत्या के मामले में भी शामिल रह चुका है.
जबकि, दूसरा आरोपी तुषार तोता सिर्फ 7वीं कक्षा तक पढ़ा है और बेरोजगार है. वह पहले भी स्नैचिंग और चोरी के 2 मामलों में संलिप्त रह चुका है. किशोर अवस्था में तुषार भी हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में भी शामिल रह चुका है. मर्डर के पहले मामले के बाद से उसने इलाके में अपना खौफ बनाने के लिए गर्दन के सामने 'DEATH'का बड़ा टैटू भी बनवा लिया था. पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के बाद अब आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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