नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने जहांगीरपुरी हत्या मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इन मामले का मुख्य आरोपी और हत्या का मास्टरमाइंड जितेंद्र उर्फ जोगी है. जितेंद्र ने अपने सहयोगी रोहित उर्फ काना और एक नाबालिग के साथ मिलकर जहांगीरपुरी निवासी मोईदुल की हत्या कर दी थी. मृतक मोईदुल ने जितेंद्र पर तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान तेज धार से हमला किया था. इसका बदला लेने के लिए उसने मोईदुल की हत्या कर दी.
क्राइम ब्रांच के डीसीपी सतीश कुमार ने बताया कि इस मामले में जहांगीरपुरी थाने में 6 जून को मामला दर्ज किया गया था. एफआईआर में तीन आरोपियों पर हमला करने का जिक्र किया गया था, जिसमें दो को नामजद किया गया था. दोनों आरोपियों को जहांगीरपुरी थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया गया. तीसरे को अज्ञात बताया गया था. 6 और 7 जून की मध्य रात्रि में इस मर्डर मामले में एक नाबालिग के भी शामिल होने की सूचना दी गई थी, जो अज्ञात आरोपी था.
एसीपी नॉर्दर्न ब्रांच के एसीपी विवेक त्यागी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. टीम को मुखबिर की तरफ से नाबालिग के ठिकाने के बारे में सूचना मिली. टीम ने सूचना पर नाबालिग के ठिकाने पर छापेमारी की और उसे पकड़ा लिया. इसके बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घर से खून से सनी हुई टी-शर्ट को बरामद किया, जो उसने हत्या करने के दौरान पहनी हुई थी.
इसके बाद क्राइम ब्रांच टीम ने मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी जितेंद्र उर्फ जोगी के ठिकानों पर फोकस किया और उसको पकड़ने के लिए लोकल नेटवर्क को सक्रिय किया. मुख्य आरोपी मर्डर के बाद से फरार हो गया था. उसने पुलिस की पकड़ में आने से बचने के लिए फोन का इस्तेमाल बंद कर दिया था. हालांकि टेक्निकल सर्विलांस से मिली जानकारी के बाद उसका पता मंगोलपुरी क्षेत्र में पाया गया. संभावित ठिकानों पर छापेमारी की गई और उसको मंगोलपुरी से दबोच लिया गया.
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आरोपी जितेंद्र उर्फ जोगी (26) ने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. वह जहांगीरपुरी थाने का हिस्ट्री सीटर है. जेल में हमले का बदला लेने के लिए उसने अपने साथियों के साथ मोईदुल की हत्या करने का प्लान बनाया था. दिल्ली के अलग-अलग पुलिस थानों में आर्म्स एक्ट, डकैती, हत्या के प्रयास और अन्य दूसरे 25 अपराधिक मामले पहले से दर्ज है.