कानपुर : टी 20 विश्वकप 2024 में भारतीय टीम की जीत के बाद देश भर जश्न और उल्लास का माहौल है. ऐसे में खिलाड़ियों के हुनर को निखारने वाले भी अपने शिष्य की उपलब्धि से बेहद गौरान्वित हैं. भारतीय टीम के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के कोच कपिल पांडे जीत के बधाई के साथ दिली इच्छा भी जाहिर की है. कपिल पांडे की दिली ख्वाहिश और व्यक्तिगत इच्छा है कि कुलदीप आगे भी शानदार प्रदर्शन करे और टीम इंडिया के कप्तान बने.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कुलदीप के कोच कपिल पांडे ने कहा कि टी-20 विश्वकप के लिए भारतीय टीम में कुलदीप के नाम का ऐलान हुआ था. उस समय मुझे काफी ज्यादा गर्व महसूस हुआ था. मुझे बहुत खुशी हुई थी कि अब मैं अपने ही सिखाए हुए एक बच्चे को वर्ल्डकप खेलते हुए देखूंगा. मैं कुलदीप से बातचीत के दौरान कहा था कि वर्ल्ड कप खेलना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन इस वर्ल्ड कप को जीतना काफी ज्यादा बड़ी बात होगी.
कपिल पांडे बताया कि वर्ष 2004 में कुलदीप के पिता श्रीराम सिंह उन्हें मेरे पास लेकर आए थे. उस समय उसकी उम्र करीब 9 या 10 साल होगी. कुलदीप जब लेफ्ट आर्म मीडियम पेसर गेंदबाजी करता था तो उनका गेंद स्विंग करता था. इसके बाद जब चाइनामैन गेंद फेंकनी शुरू की तो हर कोई हैरान रह गया. कुलदीप ने अपना पहला मैच कानपुर जिमखाना की तरफ से खेला और इस मैच में ग्रैजुएट्स के सामने शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट चटकाए. इस मैच के बाद कुलदीप के कॉन्फिडेंस में काफी इंप्रूवमेंट हुआ. उसके बाद मुझे पूरा भरोसा हो गया कि मेरा यह बच्चा एक दिन जरूर टीम इंडिया के लिए खेलेगा. इसके बाद कुलदीप ने 2017 में टीम इंडिया के लिए टेस्ट मैच में प्रदर्शन किया तो मेरे लिए सच में वह काफी ज्यादा भावुक पल था.
कपिल पांडे के मुताबिक कुलदीप ने अपने शुरुआती दिनों में खूब मेहनत की है. कोविड टाइम के दौरान भी मैंने कुलदीप को कोचिंग दी थी. इस दौरान कानपुर के रोवर्स ग्राउंड में काफी अभ्यास कराया. कुलदीप अक्सर अपने खेल टूर से लौटने के बाद इसी ग्राउंड में प्रैक्टिस करता है. बहरहाल कुलदीप की गेंदबाजी जितनी अच्छी है, व्यवहार भी उतना ही अच्छा है. अभी तक कुलदीप ने हर प्लेटफार्म वन डे, विश्व कप, टेस्ट मैच, आईपीएल और एशिया कप शानदार प्रदर्शन किया है. मैं कुलदीप को भारतीय टीम के कप्तान के रूप में भी देखना चाहता हूं.