शिमला: हिमाचल प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर्स की पहचान को लेकर कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. सरकार ने भी शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बयान पर उपजे विवाद से किनारा कर लिया है. सीपीएस संजय अवस्थी ने विक्रमादित्य सिंह के बयान से उपजे विवाद के बाद सरकार की तरफ से रुख साफ किया है.
सीपीएस संजय अवस्थी ने कहा, "हमें विवादित बयान से बचना चाहिए. जब जिम्मेवारी बड़ी होती है तो सोच भी बड़ी रखनी चाहिए. हमें अपनी सीमाओं में रह कर बयानबाजी करनी चाहिए. ये उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी हो सकती है, इसे सरकार के साथ न जोड़ा जाए".
अपनों के बीच ही घिरे विक्रमादित्य सिंह: संजय अवस्थी ने कहा, "ये उनका व्यक्तिगत बयान है. इस बारे में विक्रमादित्य सिंह बेहतर बता सकते हैं कि उन्होंने किस संदर्भ में ये बात कही है. जहां तक मुद्दे की बात है तो विधानसभा सत्र के दौरान विवाद उत्पन्न हुआ था. इस विवाद के समाधान के लिए उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है, जिसमें भाजपा और कांग्रेस के विधायकों को बतौर सदस्य शामिल किया गया है. ऐसे में इस विवाद को लेकर कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. उसके बाद ही ये नियम लागू होगा. इसलिए जब तक कमेटी अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपती है, तब तक इसे इसे विक्रमादित्य सिंह की व्यक्तिगत टिप्पणी समझा जाना चाहिए. ये सरकार की तरफ से दिया गया आधिकारिक बयान नहीं है. जहां तक विवाद के समाधान की बात है, इसके लिए प्रयास शुरू किए जा चुके हैं".
एक सवाल के जवाब में संजय अवस्थी ने कहा कि इस तरह के बयानबाजी से गलत फहमियां उत्पन्न होती है. कई बार ऐसा भी होता है कि बयान को किसी और तरीके से पेश किया जाता है. इसे विक्रमादित्य सिंह ही बेहतर बता सकते हैं. जहां तक फेसबुक अकाउंट की बात है तो ये व्यक्तिगत होता है, जिसमें हम अपने व्यक्तिगत विचार रख सकते हैं.
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