हल्द्वानी (उत्तराखंड): नैनीताल के बनभूलपुरा हिंसा के एक महीने बाद बुधवार को पूर्व सांसद और सीपीआईएम की वरिष्ठ नेता बृंदा करात हल्द्वानी पहुंची. उन्होंने बनभूलपुरा के दंगा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन की गलती के चलते ही इतनी बड़ी घटना हुई, जो की रोकी जा सकती थी. उन्होंने कहा कि इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई जो की गलत है.
बृंदा करात ने कहा कि जिस तरह से अतिक्रमण हटाने को लेकर मामला न्यायालय में चल रहा था. 14 फरवरी को मामले पर सुनवाई होनी थी. लेकिन उससे पहले प्रशासन अतिक्रमण तोड़ने पहुंच गया. यही नहीं, मुस्लिम समुदाय के धार्मिक स्थल को तोड़ने के दौरान मुस्लिम समुदाय के जनप्रतिनिधियों को विश्वास में नहीं लिया गया. उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस एक तरफा कार्रवाई कर रही है. पुलिस द्वारा कई निर्देश लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने गिरफ्तार की गई महिलाओं को छोड़े जाने की भी बात कही. उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि दंगे वाले दिन बनभूलपुरा में रहने वाला फहीम मारा गया, जिसका वीडियो फुटेज सबूत के तौर पर सामने आए हैं. लेकिन पुलिस ने इस मामले का अभी तक संज्ञान नहीं लिया है. पुलिस एक तरफा कार्रवाई कर रही है, जो की गलत है. उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान पत्रकारों और पुलिस को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी बचाया. लेकिन कुछ लोग ऐसे थे जो हिंसा में लिप्त थे. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. पुलिस और प्रशासन को इस मामले में निष्पक्ष जांच करनी चाहिए.
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