पलामू: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों ने गुरुवार को झारखंड-बिहार बंद का आह्वान किया है. माओवादियों के बंद का असर ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा देखने को मिली. जबकि शहरी इलाकों में इसका कुछ खास प्रभाव नजर नहीं आया.
भाकपा माओवादियों ने 25 लाख रुपये की इनामी माओवादी जया हेम्ब्रम उर्फ जया दी की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को बंद की घोषणा की. नक्सलियों के बंद को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी पहले से ही कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया जा चुका है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक रेल, स्कूल, हाईवे समेत नक्सली प्रभावित क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा का निर्देश दिया गया है.
पलामू प्रमंडल के ग्रामीण इलाकों में माओवादियों के बंद का असर देखा गया. पलामू के हरिहरगंज, पिपरा, मनातू, छतरपुर, नौडीहा बाजार, पांडु समेत कई ग्रामीण इलाके प्रभावित नजर आए. हरिहरगंज के इलाके में बड़ी संख्या में दुकानें बंद रही हैं. कई ग्रामीण इलाकों में सड़कों पर यात्री वाहनों का परिचालन नहीं हुआ. जबकि शहरी इलाके में इसका प्रभाव नजर नहीं आया. वहीं, डालटनगंज, रांची, बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ के इलाके में जाने वाले यात्री बसों का परिचालन सामान्य रहा.
नक्सलियों के बंद को लेकर झारखंड पुलिस ने हाई अलर्ट जारी किया था और संवेदनशील इलाकों में पहले से ही अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी. पुलिस अधिकारियों को लूज मूवमेंट नहीं करने के निर्देश जारी किए गए. माओवादियों के बंद को देखते हुए रेलवे एवं सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया था, क्योंकि पुलिस का ऐसा मानना है कि माओवादी बंद के दौरान अक्सर सरकारी संपत्तियों को ज्यादा टारगेट बनाते हैं. जिसे देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बूढ़ापहाड़ और बिहार से सटे हुए सीमावर्ती इलाकों में माओवादियों के खिलाफ सर्च अभियान भी शुरू किया गया था. पलामू डीआईजी वाईएस रमेश ने बताया कि बंद को लेकर पलामू, गढ़वा, लातेहार एसपी को निर्देश जारी किए गए है और नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान शुरू किया गया है.
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