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लोकसभा में सीपी जोशी ने उठाया पर्यावरण से जुड़ा मुद्दा, सरकार से पूछा सवाल - CP Joshi raised environment issue

चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी ने सोमवार को लोकसभा में पर्यावरण से जुड़ा मुद्दा उठाया है. उन्होंने सरकार से पूछा है कि क्या उद्योगों द्वारा किए जा रहे प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार कोई उपाय कर रही है ? क्या इस प्रकार का कोई मैकेनिजम बना है कि कितने पौधे लगे है और कितने कार्यक्रम चल रहे हैं ? जिस पर वन और जलवायु मंत्री भूपेन्द्र यादव ने जवाब दिया.

CP Joshi raised environment issue
लोकसभा में सीपी जोशी ने उठाया पर्यावरण से जुड़ा मुद्दा (Sansad Tv)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 30, 2024, 9:59 AM IST

लोकसभा में सीपी जोशी ने उठाया पर्यावरण से जुड़ा मुद्दा (VIDEO : Sansad Tv)

उदयपुर. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी ने सोमवार को लोकसभा में पर्यावरण से जुड़ा बड़ा विषय उठाया है. सीपी जोशी ने कहा कि प्रदूषण को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में कई नवाचार हुए है, लेकिन अभी भी शहरों, कस्बों और गांवों में उद्योगों द्वारा भूमि, जल और वायु प्रदूषण फैल रहा है, उनके द्वारा गंदे पानी को नदियों में बहा दिया जाता है. वहां पशु मरते हैं और आम आदमी पानी भी नहीं पी सकता, खेत बंजर हो जाते है.

सीपी जोशी ने कही ये बड़ी बात : उन्होंने संसद में कहा कि हालांकि उद्योग देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं. ये स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन व राजस्व वृद्धि का कार्य करते हैं, लेकिन इन्हें स्थानीय पर्यावरण की गुणवत्ता का भी ध्यान रखना चाहिए. इस प्रकार के प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार की ओर से क्या प्रयास किए जा रहे हैं ? साथ ही खेती के मुआवजे या पीने के पानी के लिए क्या कोई मैकेनिजम बना है जिससे पहचान कर लोगों की मदद की जा सके. पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए कई बार प्लांटेशन किया जाता है और बड़ी संख्या में सीएसआर में भी दर्शाया जाता है. क्या इस प्रकार का कोई मैकेनिजम बना है कि कितने पौधे लगे है और कितने कार्यक्रम चल रहे हैं ?

मंत्री ने दिया यह जवाब : सांसद सीपी जोशी के सवालों का पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्री भूपेन्द्र यादव ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि नेशनल क्लीन एयर मिशन प्रोग्राम में पिछले दस वर्षों के अंतर्गत 15वें वित्त आयोग द्वारा 11,210 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं. इसके अंतर्गत एयर क्वालिटी, वाटर क्वालिटी और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के साथ-साथ दस मैनेजमेंट के लिए पैसा उपलब्ध करवाया जाता है. हमने 131 शहरों का चुनाव इसी आधार पर किया है कि उन्होंने विगत पांच वर्षों में एयर क्वालिटी के स्टैंडर्ड नहीं छुए हैं, साथ ही पानी और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट विषय भी शामिल है. हमारे द्वारा वाटर क्वालिटी को सुधारने के कार्य लगातार किये जाते हैं. इसकी सीपीसीबी के माध्यम से मॉनिटरिंग की जाती है और प्राण पोर्टल पर अपडेट भी होता है.

इसे भी पढ़ें : 'जोशी किसी को नहीं जानते, पूनिया बच्चे-बच्चे को जानते हैं, फिर भी वो नहीं हैं प्रदेश अध्यक्ष' : हरिकृष्ण जोशी - Satish Poonia in Kota

मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि पृथ्वी हमारी मां के समान है, मां हमें जन्म देती है, पृथ्वी हमें खाने के लिए फ्रूट, एनर्जी, मेडिसिन से लेकर सब देती है. भारत सरकार में ग्रीन इंडिया मिशन के द्वारा वृक्षारोपण का कार्य किया जाता है. इस पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक बड़ा इनिशिएटिव 'एक पेड़ मां के नाम' लागू किया गया है. यह ट्री प्लॉटेशन के लिए एक बड़ा कार्यक्रम है. लोकल डीएफओ को इसका नोडल ऑफिसर बनाया है. सभी उसमें सहयोग करें ऐसी हम अपेक्षा करते है.

लोकसभा में सीपी जोशी ने उठाया पर्यावरण से जुड़ा मुद्दा (VIDEO : Sansad Tv)

उदयपुर. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी ने सोमवार को लोकसभा में पर्यावरण से जुड़ा बड़ा विषय उठाया है. सीपी जोशी ने कहा कि प्रदूषण को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में कई नवाचार हुए है, लेकिन अभी भी शहरों, कस्बों और गांवों में उद्योगों द्वारा भूमि, जल और वायु प्रदूषण फैल रहा है, उनके द्वारा गंदे पानी को नदियों में बहा दिया जाता है. वहां पशु मरते हैं और आम आदमी पानी भी नहीं पी सकता, खेत बंजर हो जाते है.

सीपी जोशी ने कही ये बड़ी बात : उन्होंने संसद में कहा कि हालांकि उद्योग देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं. ये स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन व राजस्व वृद्धि का कार्य करते हैं, लेकिन इन्हें स्थानीय पर्यावरण की गुणवत्ता का भी ध्यान रखना चाहिए. इस प्रकार के प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार की ओर से क्या प्रयास किए जा रहे हैं ? साथ ही खेती के मुआवजे या पीने के पानी के लिए क्या कोई मैकेनिजम बना है जिससे पहचान कर लोगों की मदद की जा सके. पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए कई बार प्लांटेशन किया जाता है और बड़ी संख्या में सीएसआर में भी दर्शाया जाता है. क्या इस प्रकार का कोई मैकेनिजम बना है कि कितने पौधे लगे है और कितने कार्यक्रम चल रहे हैं ?

मंत्री ने दिया यह जवाब : सांसद सीपी जोशी के सवालों का पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्री भूपेन्द्र यादव ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि नेशनल क्लीन एयर मिशन प्रोग्राम में पिछले दस वर्षों के अंतर्गत 15वें वित्त आयोग द्वारा 11,210 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं. इसके अंतर्गत एयर क्वालिटी, वाटर क्वालिटी और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के साथ-साथ दस मैनेजमेंट के लिए पैसा उपलब्ध करवाया जाता है. हमने 131 शहरों का चुनाव इसी आधार पर किया है कि उन्होंने विगत पांच वर्षों में एयर क्वालिटी के स्टैंडर्ड नहीं छुए हैं, साथ ही पानी और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट विषय भी शामिल है. हमारे द्वारा वाटर क्वालिटी को सुधारने के कार्य लगातार किये जाते हैं. इसकी सीपीसीबी के माध्यम से मॉनिटरिंग की जाती है और प्राण पोर्टल पर अपडेट भी होता है.

इसे भी पढ़ें : 'जोशी किसी को नहीं जानते, पूनिया बच्चे-बच्चे को जानते हैं, फिर भी वो नहीं हैं प्रदेश अध्यक्ष' : हरिकृष्ण जोशी - Satish Poonia in Kota

मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि पृथ्वी हमारी मां के समान है, मां हमें जन्म देती है, पृथ्वी हमें खाने के लिए फ्रूट, एनर्जी, मेडिसिन से लेकर सब देती है. भारत सरकार में ग्रीन इंडिया मिशन के द्वारा वृक्षारोपण का कार्य किया जाता है. इस पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक बड़ा इनिशिएटिव 'एक पेड़ मां के नाम' लागू किया गया है. यह ट्री प्लॉटेशन के लिए एक बड़ा कार्यक्रम है. लोकल डीएफओ को इसका नोडल ऑफिसर बनाया है. सभी उसमें सहयोग करें ऐसी हम अपेक्षा करते है.

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