लक्सर: ग्राम प्रधान द्वारा लेखपाल के साथ की गई मारपीट के मामले में न्यायालय ने प्रधान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं. वहीं तीन सप्ताह बाद भी आरोपी ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी न होने पर लेखपाल संघ और सहयोगी संगठनों ने कड़ी नाराजगी जताई है. उन्होंने चेतावनी दी है कि आरोपी ग्राम प्रधान की शीघ्र गिरफ्तारी नही हुई, तो वह प्रदेश स्तर पर आंदोलन शुरू करेंगे.
लक्सर तहसील क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी अनूप सैनी द्वारा ग्राम प्रधान पर अवैध खनन किए जाने का आरोप लगाते हुए सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई थी. एसडीएम के आदेश पर ग्यारह जून को हलका लेखपाल अंजू कुमार गांव में मामले की जांच करने गए थे. आरोप है कि मामले को लेकर जब उन्होंने ग्राम प्रधान रोनिक कुमार से पूछताछ की तो वह आक्रोशित हो गए और उन्होंने अपने भाई रवि और अन्य लोगों के साथ मिलकर लेखपाल पर हमला कर दिया. हमलावरों ने लेखपाल के साथ गाली-गलौच करते हुए जमकर मारपीट की और सरकारी दस्तावेज छीन कर फाड़ डालें.
लेखपाल अंजू कुमार के अनुसार ग्राम प्रधान द्वारा उसका मोबाइल फोन और गले की चेन भी छीन ली गई. मामले में लेखपाल की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी ग्राम प्रधान रौनिक कुमार उसके भाई रवि और अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था, लेकिन तीन सप्ताह बाद भी ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी नहीं हुई है. जिस पर लेखपाल संघ और सहयोगी संगठनों में भारी आक्रोश व्याप्त है.
आरोपी ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लेखपाल संघ, रजिस्टर कानूनगो संघ, कंप्यूटर ऑपरेटर संघ, भूलेख डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ, राजस्व संग्रह अमीन संघ, उत्तराखंड कलेक्ट्रेट मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ और संग्रह परिचारक संघ से जुड़े कर्मचारियों द्वारा जनपद में कार्य बहिष्कार कर लक्सर तहसील में धरना दिया जा रहा है. मामले को लेकर जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धरने में शामिल कर्मचारी नेताओं से वार्ता कर चुके हैं, लेकिन आरोपी ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी न होने से धरना दे रहे कर्मचारी अपनी मांग पर अडिग हैं.
लेखपाल संघ के सचिव योगेंद्र सिंह राणा ने बताया कि आरोपी ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी होने तक आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, अगर जरूरी हुआ तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा. वहीं पुलिस के प्रार्थना पत्र पर न्यायालय द्वारा ग्राम प्रधान के गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं. वहीं, कोतवाली प्रभारी राजीव रौथान ने बताया कि आरोपी ग्राम प्रधान को उच्च न्यायालय से कोई रिलीफ नहीं मिल पाई है. न्यायालय द्वारा उसके गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं.
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