कानपुर: शहर की सीसामऊ सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी के मामलों में जो आज फैसला आना था अब उसमें नई तारीख 19 मार्च कर दी गई है. बेहद गंभीर इस मामले को लेकर कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से सारी तैयारियां की गई थीं. कानपुर कोर्ट को छावनी में तब्दील भी किया गया था. सुबह करीब 11:00 बजे इरफान सोलंकी के भाई रिजवान सोलंकी व अन्य आरोपियों को जहां कानपुर कोर्ट ले जाया गया, वहीं सपा विधायक इरफान सोलंकी की उपस्थिति वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करवाई गई थी.
सपा विधायक इरफान सोलंकी के अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने बताया कि जैसे ही सपा विधायक के मामलों की सुनवाई शुरू हुई. उसमें साक्ष्यों व इरफान की ओर से दिए गए दस्तावेजों को देखते हुए कोर्ट ने आगामी 19 मार्च को फैसला सुनाने का निर्णय लिया. वहीं, जब सपा विधायक इरफान सोलंकी के भाई रिजवान सोलंकी से मीडिया ने बात की तो रिजवान का यह कहना था वह और उनका भाई पूरी तरीके से बेगुनाह है और उन्हें साजिश का शिकार बनाया गया है.
आगजनी व आचार संहिता उल्लंघन मामले में आना है फैसला: कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ साल 2017 में जहां आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ था. वहीं, साल 2022 में कानपुर के जाजमऊ थाना में आगजनी के मामले को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया था. कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों का दावा है कि सपा विधायक इरफान पर 15 से अधिक मुकदमे कानपुर के विभिन्न स्थानों में दर्ज हैं जबकि सपा विधायक इरफान सोलंकी के अधिवक्ता का दावा है कि सपा विधायक के 10 से अधिक मुकदमों में उन्हें या तो बरी कर दिया गया है या उन मामलों को निरस्त कर दिया गया है. आगजनी का मामला सामने आने के बाद ही सपा विधायक के सितारे गर्दिश में पहुंच गए थे. वह पिछले करीब डेढ़ साल से महाराजगंज जेल में बंद हैं.