फिरोजाबाद : जिले में हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है. यहां पर अस्पताल का कर्ज अदा करने के लिए दंपति ने अपने नवजात शिशु को ही बेच दिया. नवजात को ग्वालियर के दंपति ने खरीदा था. बाद में जब मामला खुला तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए बच्चा खरीदने वाले स्वर्णकार दंपत्ति और एक दलाल को गिरफ्तार कर लिया. अस्पताल संचालक की तलाश की जा रही है.
घटना रामगढ़ थाना क्षेत्र के सैलई इलाके की है. पुलिस के मुताबिक उत्तर थाना क्षेत्र के कोटला रोड रानी नगर निवासी महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो पति उसे लेकर सैलई स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचा. यहां गर्भवती को भर्ती कराया गया. यहां महिला ने एक बेटे को जन्म दिया. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ थे. जब महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया तो अस्पताल वालों ने 18000 रुपये का बिल थमा दिया.
इस राशि को महिला के पति ने देने में असमर्थता जाहिर की. इसके बाद आरोप है कि अस्पताल संचालक ने एक दलाल के जरिए उसके नवजात की सौदेबाजी कर ली. बच्चे को 50 हजार रुपये में खरीद लिया और ढाई लाख रुपये में ग्वालियर के स्वर्णकार दंपत्ति सज्जन गर्ग और रुचि गर्ग को बेच दिया, जो कि निसंतान हैं. डॉक्टर और दलाल के जरिये 10 रुपये के स्टाम्प पेपर पर इसकी लिखापढ़ी भी हो गई.
मामला तब खुला जब मां की ममता जागी.उसने बच्चा वापस लेने की जिद की और यह बात अपने रिश्तेदारों को भी बता दी. रिश्तेदारों ने पुलिस को घटनाक्रम से अवगत कराया. पुलिस ने ग्वालियर के दंपत्ति के कब्जे से उस बालक को बरामद कर लिया और सीडब्ल्यूसी के हवाले कर दिया. नवजात को इलाज के लिए फिलहाल अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि ग्वालियर के स्वर्णकार दंपत्ति और एक दलाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. बालक को भी बरामद कर लिया है. जांच पड़ताल में जिन-जिन लोगों के नाम प्रकाश में आएंगे, उन सभी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्यवाही की जाएगी.