कानपुर: देश में पहला चिप डिजाइन सेंटर आईआईटी कानपुर में स्थापित होने जा रहा है. इसके लिए योगी सरकार ने मंजूरी दे दी है. यहां चिप डिजाइन पर काम होगा, उससे जो उत्पाद तैयार होंगे वह चीन से महंगे होंगे लेकिन अमेरिका से सस्ते होंगे. इसके पीछे आईआईटी कानपुर के प्रोफेसरों का तर्क है जब चीन से उत्पाद महंगे होंगे तो निश्चित तौर पर हमारी क्वालिटी बेस्ट होगी. इसी तरह अमेरिका से हम सस्ते उत्पाद इसलिए बनाएंगे, क्योंकि वहां उत्पादों की कीमत बहुत अधिक होती है. तो कह सकते हैं कि, आने वाले कुछ सालों में मेड इंडिया चिप का इस्तेमाल हर भारतीय करते दिखेंगे.
आईआईटी कानपुर में एसआईआईसी प्रभारी प्रो.दीपू फिलिप ने बताया, आईआईटी कानपुर में पहले से ही चार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संचालित हैं. इनमें दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जहां फाइव जी और सिक्स जी के लिए हैं. वहीं, एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मेडिकल टेक्नोलॉजीज पर आधारित है. अब, चिप डिजाइन का सेंटर भी जल्द कैंपस में संचालित होगा.
प्रो.दीपू फिलिप के मुताबिक, दुनिया में चिप की मैन्युफैक्चरिंग में अभी तक ताइवान और मलेशिया का वर्चस्व है. जबकि हमारे देश में गुजरात और बेंगलुरु में फिलहाल लो लेवल पर कवायद होती है. ऐसे में हमारा फोकस मैन्युफैक्चरिंग से पहले चिप की डिजाइन पर है. जब डिजाइन होगी, तो मैन्युफैक्चरिंग खुद ब खुद हो जाएगी.
चिप डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग को लेकर आईआईटी कानपुर ने अनंत सिस्टम को अपने साथ इंक्यूबेट कर लिया है. अनंत सिस्टम के निदेशक चितरंजन सिंह ने बताया, कि उनकी कंपनी पिछले एक साल से देश में काम कर रही है. अब, आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर चिप संबंधी उत्पादों को तैयार कराएंगे. उन्होंने बताया, कंपनी के पास अमेरिका के कई कस्टमर्स हैं जो इंडियन मार्केट की चिप लेने को तैयार हैं. इसी तरह उनके जो उत्पाद हैं, वह दुनिया के देशों में बिकने वाले उत्पादों से तीन गुना सस्ते हैं.
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