भरतपुर. लोकसभा चुनाव 2024 के प्रत्याशियों की किस्मत का पिटारा 4 जून को खुल जाएगा. भरतपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का गृह जिला होने की वजह से यह सीट प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में से शुमार है. दोनों ही प्रत्याशी अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जाटों की भाजपा से नाराजगी जैसे कारणों के साथ कई मुद्दों को जीत के लिए अहम मान रही है. वहीं, भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप कोली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के दस साल और कांग्रेस के भ्रष्टाचार के आधार पर जीत का दावा कर रहे हैं.
कांग्रेस का दावाः कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव का दावा है कि उन्हें जनता ने मतदान कर भरपूर प्यार दिया है. मतगणना में उन्हें निश्चित रूप से जीत मिलेगी. संजना का कहना था कि बीते दस साल में मोदी सरकार ने भरतपुर समेत प्रदेश में चिकित्सा, शिक्षा, रोजगार के क्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं किया. महंगाई बढ़ती गई. इसकी वजह से नाराज जनता ने इस बार भरतपुर में कांग्रेस को भरपूर प्यार दिया है. पार्टी के आलाकमान, राहुल गांधी का न्याय पत्र, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व सचिन पायलट जैसे वरिष्ठ नेताओं के आशीर्वाद से इस बार कांग्रेस को जीत मिलना तय है.
संसद में उठाउंगी जाट आरक्षण मुद्दा: कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव ने कहा कि भरतपुर-धौलपुर के जाटों को केंद्र में आरक्षण के नाम पर छला गया है. इसकी वजह से इस बार के चुनाव में जाटों ने भाजपा के बजाय कांग्रेस का समर्थन किया. 'यदि मैं जीतती हूं तो दोनों जिलों के जाटों को केंद्र में आरक्षण के मुद्दे को संसद में उठाऊंगी'.
भाजपा का दावा, हम एकतरफा जीत दर्ज करेंगे: भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप कोली ने कहा कि भरतपुर में कांग्रेस प्रत्याशी मुकाबले में ही नहीं है. हम सीधे सीधे एकतरफा जीत दर्ज करेंगे. राजस्थान में भी हम पूरी 25 सीटें जीतने वाले हैं, चाहे मार्जिन कम रहे, लेकिन सभी सीटों पर जीतेंगे. कोली ने कहा कि देश में वर्ष 2019 के चुनावों में हम कई सीटों पर कम मार्जिन से हारे थे. इस बार के चुनाव में उन सीटों पर कड़ी मेहनत की गई है और उन्हीं सीटों के दम पर हम 400 पार का लक्ष्य पूरा करेंगे.
कांग्रेस सरकार में हुआ भ्रष्टाचार: कोली ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने जमकर भ्रष्टाचार किया. रीट में चिटिंग हुई, जबकि प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही ईआरसीपी का एमओयू कर पूर्वी राजस्थान का पूरा ध्यान रखा. मोदी सरकार के दस साल की योजनाएं घर घर तक पहुंची हैं. इनके दम पर हम चुनाव जीतने वाले हैं.
गौरतलब है कि भरतपुर में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था. जिले में कुल 52.80% मतदान हुआ. चुनाव मैदान में भाजपा के रामस्वरूप कोली, कांग्रेस की संजना जाटव, बसपा से अंजिला समेत कुल 6 प्रत्याशी मैदान में हैं. अब देखना या है कि क्या कांग्रेस, भाजपा के विजय रथ को रोककर जीत दर्ज करेगी, या फिर भाजपा भरतपुर में जीत की हैट्रिक लगाएगी.