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कोरिया के घुनघुट्टा बांध में मिलेगा गोवा जैसा सुकून, जानिए क्यों है खास - Cottages being built in Sonha - COTTAGES BEING BUILT IN SONHA

International Picnic Day, Cottages being built in Sonhat छत्तीसगढ़ के कोरिया में आपको गोवा जैसा माहौल मिलने वाला है. विष्णुदेव साय सरकार ने कोरिया जिले को पर्यटन के नक्शे में चमकाने का जब से ऐलान किया है,तब से प्रशासन जिले के पर्यटन स्थलों को संवारने में जुटा है.इसी कड़ी में सोनहत घुनघुट्टा बांध को सजाया जा रहा है.Sonhat Ghunghutta Dam

Sonhat Ghunghutta Dam
कोरिया में मिलेगा गोवा जैसा सुकून (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jun 15, 2024, 1:56 PM IST

Updated : Jun 18, 2024, 6:35 AM IST

कोरिया : सीएम विष्णुदेव साय की घोषणा के बाद कोरिया जिले के सोनहत घुनघुट्टा बांध को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है. बांध के किनारे पर्यटकों के ठहरने के लिए लकड़ी के कॉटेज बनाए जा रहे हैं. यहां कुल 5 कॉटेज बनाए जा रहे हैं. जिसमें 2 में कैंटिन और ऑफिस होगा. यह पूरा निर्माण कार्य 1 करोड़ 98 लाख रुपए से किया जाएगा. लगभग दो महीने में निर्माण कार्य पूरा होगा.

Sonhat Ghunghutta Dam
घुनघुट्टा बांध की बदल रही तस्वीर (ETV Bharat Chhattisgarh)

पर्यटन के तौर पर मिली पहचान : आपको बता दें कि झुमका महोत्सव में सीएम विष्णुदेव साय ने बैकुंठपुर के झुमका बांध और सोनहत के घुनघुट्टा जलाशय को पर्यटन के रूप में पहचान दिलाने की घोषणा की थी. जिसके बाद कोरिया जिला प्रशासन ने इसके लिए तेजी से प्रयास शुरू किए हैं. ग्राम पंचायत पोड़ी के सरपंच बहादुर कमलवंशी ने कहा कि घुनघुट्टा में ग्राम पंचायत से मनरेगा और डीएमएफ मद से होने वाले कार्यों का निर्माण पूरा हो गया है. आगे डायरेक्ट टेंडर पर कार्य चल रहे हैं जिसमें कॉटेज, गार्डन समेत निर्माण कार्य होने हैं. घुनघुट्टा को पर्यटन क्षेत्र बनाए जाने से ग्रामीण खुश हैं.

Sonhat Ghunghutta Dam
सैलानियों के लिए बन रहे कॉटेज (ETV Bharat Chhattisgarh)

''घुनघुट्टा को पर्यटन क्षेत्र बनाने से स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. वहीं जिले के पर्यटन क्षेत्रों में जगह-जगह से लोग आएंगे और कोरिया जिले की प्राकृतिक मनोरम दृश्यों का आनंद उठा सकेंगे. प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की घोषणा के बाद बांध को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है.''- विनय कुमार लंगेह, कलेक्टर



कॉटेज स्थल पर सफाई और प्लॉट समतलीकरण पर मनरेगा से कुल 48.41 लाख रुपए खर्च हुए हैं. इसमें जलभराव भूमि से गाद निकासी पर करीब 18.48 लाख रुपए, मैदान समतलीकरण कार्य पर 13.83 लाख रुपए, 50 मीटर लंबाई, 60 मीटर चौड़ाई पर तटबंध निर्माण के लिए 16 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. वहीं अब कॉटेज, वॉल पेंटिंग समेत पर्यटकों के आकर्षण के लिए कई तरह के निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं.

अमृतधारा पर्यटक स्थल को पर्यटन के क्षेत्र में मिलेगी नई पहचान

कोरिया : सीएम विष्णुदेव साय की घोषणा के बाद कोरिया जिले के सोनहत घुनघुट्टा बांध को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है. बांध के किनारे पर्यटकों के ठहरने के लिए लकड़ी के कॉटेज बनाए जा रहे हैं. यहां कुल 5 कॉटेज बनाए जा रहे हैं. जिसमें 2 में कैंटिन और ऑफिस होगा. यह पूरा निर्माण कार्य 1 करोड़ 98 लाख रुपए से किया जाएगा. लगभग दो महीने में निर्माण कार्य पूरा होगा.

Sonhat Ghunghutta Dam
घुनघुट्टा बांध की बदल रही तस्वीर (ETV Bharat Chhattisgarh)

पर्यटन के तौर पर मिली पहचान : आपको बता दें कि झुमका महोत्सव में सीएम विष्णुदेव साय ने बैकुंठपुर के झुमका बांध और सोनहत के घुनघुट्टा जलाशय को पर्यटन के रूप में पहचान दिलाने की घोषणा की थी. जिसके बाद कोरिया जिला प्रशासन ने इसके लिए तेजी से प्रयास शुरू किए हैं. ग्राम पंचायत पोड़ी के सरपंच बहादुर कमलवंशी ने कहा कि घुनघुट्टा में ग्राम पंचायत से मनरेगा और डीएमएफ मद से होने वाले कार्यों का निर्माण पूरा हो गया है. आगे डायरेक्ट टेंडर पर कार्य चल रहे हैं जिसमें कॉटेज, गार्डन समेत निर्माण कार्य होने हैं. घुनघुट्टा को पर्यटन क्षेत्र बनाए जाने से ग्रामीण खुश हैं.

Sonhat Ghunghutta Dam
सैलानियों के लिए बन रहे कॉटेज (ETV Bharat Chhattisgarh)

''घुनघुट्टा को पर्यटन क्षेत्र बनाने से स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. वहीं जिले के पर्यटन क्षेत्रों में जगह-जगह से लोग आएंगे और कोरिया जिले की प्राकृतिक मनोरम दृश्यों का आनंद उठा सकेंगे. प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की घोषणा के बाद बांध को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है.''- विनय कुमार लंगेह, कलेक्टर



कॉटेज स्थल पर सफाई और प्लॉट समतलीकरण पर मनरेगा से कुल 48.41 लाख रुपए खर्च हुए हैं. इसमें जलभराव भूमि से गाद निकासी पर करीब 18.48 लाख रुपए, मैदान समतलीकरण कार्य पर 13.83 लाख रुपए, 50 मीटर लंबाई, 60 मीटर चौड़ाई पर तटबंध निर्माण के लिए 16 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. वहीं अब कॉटेज, वॉल पेंटिंग समेत पर्यटकों के आकर्षण के लिए कई तरह के निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं.

अमृतधारा पर्यटक स्थल को पर्यटन के क्षेत्र में मिलेगी नई पहचान

Last Updated : Jun 18, 2024, 6:35 AM IST
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