पीलीभीत: पीलीभीत के ललौरी खेड़ा विकासखंड क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से बनी सड़क निर्माण में देखने को मिला है. सड़क निर्माण 4 करोड़ 87 लाख 83 हजार रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है. बावजूद इसके इंजीनियरों की लापरवाही से सड़क की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है. आलम यह है कि सड़क बच्चों के नाजुक हाथों से ही उखड़ने लगी है. बच्चों द्वारा सड़क के रियलिटी चेक के लिए बनाया गया वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
जानकारी के अनुसार पीलीभीत के ललौरी खेड़ा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले खरुआ गांव से कानकोर तक 9.6 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा 4 करोड़ 87 लाख 83 हजार रुपये की लागत से कराया जा रहा है. निर्माण कार्य की देखरेख जूनियर इंजीनियर दुर्गेश और सुशील कर रहे हैं. इस सड़क की गुणवत्ता को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई, लेकिन कोई इंजीनियर अनसुनी करके चले गए. इसके
बाद अब गांव के कुछ बच्चों ने रियलिटी चेक के लिए हाथों से सड़क उखाड़ने का प्रयास किया तो सड़के परतें पापड़ की तरह उखड़ गईं. अब यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसकी जानकारी पीलीभीत के जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह के संज्ञान में आई तो उन्होंने ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता को मामले में जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. डीएम ने बताया कि सड़क निर्माण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
पहले भी सड़क निर्माण में हुई थी लापरवाही
ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में तैनात जूनियर इंजीनियर सुशील की लापरवाही पहले भी प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रही एक सड़क पर सामने आई थी. ललौरी खेड़ा विकासखंड के अंतर्गत बन रही सड़क का वीडियो पहले भी वायरल हुआ था. इस मामले में जांच के बाद ठेकेदार पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. ऐसे में एक बार फिर जूनियर इंजीनियर सुशील की भूमिका संदेह के घेरे में है.
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