वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 2 दिवसीय दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ. यहां 44 पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 46 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया. बता दें कि विगत एक महीने पहले विद्यापीठ में दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ था, जिनमें कुछ विद्यार्थी के रिजल्ट देर से आने पर उनके पदक व उपाधियां रह गई थी. जिन्हें, अब दूसरे दीक्षांत समारोह के जरिए पदक व उपाधियां दी जा रही हैं.
दूसरा दीक्षांत कार्यक्रम परिसर के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में हुआ. यहां मुख्य अतिथि जीएलए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान रहे. उन्होंने समारोह का आगाज करते हुए कहा कि काशी विद्यापीठ की स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका रही है. विद्यार्थियों को अपने माता-पिता एवं गुरु का सम्मान करना चाहिए. बच्चों को माता से शिष्टाचार, गुरु से सदाचार एवं पिता से लोकाचार मिलता है.
प्रो. सिंह ने कहा कि भारत का समग्र उन्नति की माध्यम शिक्षा ही है. हम देश को ऐसा बनाए कि लोग हमारे यहां आएं, न कि हमें बाहर जाना पड़े. उन्होंने कहा कि अपनी मातृभूमि का सम्मान करना है तो अध्ययन करना होगा. वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ज्ञानार्जन व मानवता का कल्याण है. ज्ञान, मानवता के खिलाफ नहीं होता. हमें खुद पर विश्वास करना चाहिए. हमें प्रकृति के साथ समन्वय स्थापित करना होगा.
इसे भी पढ़ें - काशी विद्यापीठ के छात्रों को अब रिजल्ट के लिए नहीं लगाने होंगे चक्कर, विश्वविद्यालय डिजिलॉकर में उपलब्ध कराएगा मार्कशीट - 46th convocation Kashi Vidyapeeth - 46TH CONVOCATION KASHI VIDYAPEETH
44 पाठ्यक्रम में मिले 46 स्वर्ण पदक : समारोह में स्नातक के 08 पाठ्यक्रमों में 08 स्वर्ण पदक 07 छात्रा एवं 01 छात्र को प्रदान किए गए. वहीं, स्नातकोत्तर के 36 पाठ्यक्रमों में 38 स्वर्ण पदक दिए गए. वहीं उपाधि वितरण समारोह के दूसरे दिन 21 दिसंबर को स्नातक के 08 एवं स्नातकोत्तर के 36 पाठ्यक्रमों के टॉप टेन विद्यार्थियों को उपाधि दी जाएगी. दूसरे दिन के मुख्य अतिथि नैक के पूर्व निदेशक प्रो. ए.एन. राय होंगे. अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी करेंगे.
स्नातक में इन छात्रों को मिल रहा है पदक : एल-एल.बी. में आयुशी श्रीवास्तव, बी.ए. में आकांक्षा शुक्ला, बी.एस-सी. में शिवांगी गुप्ता, बी.एस-सी. कृषि में अंजली यादव, बी.एस-सी. (टेक्सटाइल एंड हैंडलूम साइंस) में एकता सिंह, बी.एफ.ए. में सरिता शर्मा, बी.पी.एड. में सुलेखा कुमारी एवं बी.लिब.आई.एस-सी. में अभ्युदय सिंह को स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा.
इनको मिलेगा गोल्ड मेडल: समारोह में एम.ए. (हिन्दी) में अंजू वर्मा (डॉ. शंभू नाथ सिंह स्मृति स्वर्ण पदक), एम.ए. (अंग्रेजी) में कु. शीतल राय, एम.ए. (संस्कृत) में कु. आंचल (जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती स्वर्ण पदक), एम.ए. (उर्दू) में सहाना बीबी, एम.ए. (दर्शनशास्त्र) में कु. दिशा सिंह, एम.ए. (प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व) में संध्या पटेल, एम.ए. (मध्यकालीन और आधुनिक) में कु. आयशा, एम.एफ.ए. में आकांक्षा दोहरे (डॉ. शरद बंसल स्मृति स्वर्ण पदक), एम.लिब.आई.एस-सी. में कु. महिमा, एम.ए. (मास कम्युनिकेशन) में चांदनी शर्मा, एम.म्यूज. में दिव्यांशी पांडेय, एम.ए. ड्राइंग एंड पेंटिंग में सूरज कुमार प्रजापति को गोल्ड मेडल दिया गया.
इनके अलावा एम.ए. (समाजशास्त्र) में धर्मेन्द्र सिंह, एम.ए. (राजनीति विज्ञान) में पूजा पांडेय, एम.ए. (अर्थशास्त्र) में कु. संध्या (प्रो. दूधनाथ चतुर्वेदी स्मृति स्वर्ण पदक), एम.ए. (मनोविज्ञान) में कु. मनीषा साहनी, एम.ए. (गृहविज्ञान) में नेहा सिंह पटेल, एम.एस-सी. (जीव विज्ञान) में कु. प्रिया पटेल व निधि कन्नौजिया, एम.एस-सी. (वनस्पति विज्ञान) में सरिता काफले, एम.एस-सी. (रसायन विज्ञान) में संस्कृति गिरि, एम.एस-सी. (भौतिक विज्ञान) में प्रेमांशी श्रीवास्तव, एम.एस-सी. (गणित) में अभिनव श्रीवास्तव, एम.सी.ए. में आकाश मालवीय (सीताराम जिंदल फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित स्वर्ण पदक) को गोल्ड मेडल मिला.
साथ ही एम.ए. (आई.आर.पी.एम.) में राकेश कुमार गौतम व अंशिका सिंह, एम.कॉम. में रितिका पांडेय, एम.बी.ए. में शिवांगी त्रिपाठी (सीताराम जिंदल फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित स्वर्ण पदक), एम.एस-सी. (जैव प्रौद्योगिकी) में देवांशु शुक्ला, एम.ए. (शिक्षाशास्त्र) में बुलबुल द्विवेदी, एम.एड. में सोनाली सिंह, एम.ए./एम.एस-सी. (भुगोल) में रिया राय, एम.पी.एड. में अभिषेक यादव, एम.एस-सी. कृषि (आनुवांशिक और पादप प्रजनन) में धर्मेन्द्र कुमार पटेल, एम.एस-सी. कृषि (बागवानी) में विष्णु कुमार पांडेय, एम.एस-सी. कृषि (कीट विज्ञान) में अनुज कुमार राय, एम.एस-सी. कृषि (पादप रोग विज्ञान) में संजू कुमारी एवं एम.टी.टी.एम. में हर्षित मोहले को स्वर्ण पदक दिया गया.
यह भी पढ़ें - प्रोफेसर सुषमा बनीं BHU की पहली महिला परीक्षा नियंता, निभाएंगी ये जिम्मेदारी - PROFESSOR SUSHMA CREATES HISTORY