सरगुजा: कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान कांग्रेसी नेताओं पर दबंगई के आरोप लगते रहे. अब सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा नेताओं पर रसूखदारी के आरोप लग रहे हैं. अंबिकापुर में गणतंत्र दिवस के दिन भाजपा पार्षद पर एक महिला के घर में घुस कर उससे गाली गलौज और मारपीट के आरोप लगे हैं. हालांकि महिला की शिकायत पर शनिवार को कोतवाली थाने में केस दर्ज कर भाजपा पार्षद समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्या है पूरा मामला: शिकायतकर्ता निशा सोनी ने शिकायत में बताया है कि, "मैं जन-अधिकार परिषद नामक संस्था की सदस्य हूं. हर साल हम अपने संगठन द्वारा 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को झंडा फहराने का कार्यक्रम अपने वार्ड में रखते हैं. इसी क्रम में इस वर्ष भी हमने मोहल्ले के आंगनबाड़ी एवं सोसाइटी के समीप गणतंत्र कार्यक्रम की तैयारी की थी. 26 जनवरी की सुबह ही अचानक ये लोग उस स्थान को अवैध कब्जे में लेकर विवाद करने का प्रयास किया. लेकिन गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर शांति व्यवस्था बनी रहे, यह सोचकर हमने अपने कार्यक्रम का स्थल बदलकर अल-सिद्दीक मस्जिद के पास ध्वजारोहण का कार्यक्रम कराया. जिसमें वार्ड वासियों के साथ ही शहर के वरिष्ठ एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे."
मैं पेशे से नर्स हूं. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मेरे एवं मेरे सहयोगियों द्वारा झंडा फहराए जाने के बाद भाजपा पार्षद और उसके साथियों ने मेरे घर में घुसकर मुझसे एवं मेरे बेटे से मारपीट की है. ध्वजारोहण कार्यक्रम समापन के बाद कन्हैया बघेल मेरे घर आया और गाली गलौच करने लगा. आकाश गुप्ता ने गाली गलौच और मारपीट की. एक साथ लगभग 20-25 लोग आये थे और सभी शराब के नशे में धुत्त थे. - निशा सोनी, शिकायतकर्ता
घर में घुसकर मारपीट के आरोप: निशा सोनी ने शिकायत में भाजपा पार्षद सिकंदर जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाया है. जिसमें बताया है कि कन्हैया बघेल उनके घर आया और गाली गलौच करने लगा. उनका कहना था कि झंडा फहराने वाली हम कौन होती हैं, किस पद पर हैं, कौन सा पद मिला है कि झंडा फहराएंगे. जब उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग जन अधिकार परिषद के सदस्य हैं और हर साल 15 अगस्त एवं 26 जनवरी में झंडा फहराते हैं. उसके उसने आकाश गुप्ता को बुलाया, उसने भी गाली गलौच और मारपीट की. मेरे बेटे आशु सोनी एवं मेरे द्वारा बीच बचाव करने का प्रयास किया गया. लेकिन आरोपी पूरी तैयारी से आए थे और एक साथ लगभग 20-25 लोग हमें दौड़ाने लगे. दोनों मां बेटे अपने घर में गए, तो वो लोग भी घर के अंदर आकर उनसे मारपीट की. जब आस-पास के लोग इकट्ठे हुए, तो सभी लोग भाग खड़े हुए.
जान से मारने की धमकी दे गए आरोपी: हमला सुनियोजित एवं पूर्वाग्रह से किया गया था. सभी लोग पार्षद के आदमी थे. स्वयं पार्षद सिकंदर जायसवाल मुझसे विवाद कर रहा था, जिसका वीडियो मेरे पास उपलब्ध है. अन्य लोग जब भाग रहे थे, उसका भी मैंने वीडियो बनाया है. वो जाते-जाते मुझे एवं मेरे पुत्र को जान से मारने की धमकी दे कर गए हैं. कहा है कि "नेतागिरी छोड़ दो यह एरिया हमारा है, तुम्हारा बेटा जहां दिखेगा वहीं मारेगें."
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार: इस पूरे मामले में सीएसपी स्मृतिक राजनाला ने बताया कि प्रार्थिया निशा सोनी की शिकायत मिली है, जिसमे बताया गया है कि कुछ लोग उनसे घर में घुसकर मारपीट और गाली गलौज कर रहे थे. ध्वजारोहण करने को लेकर विवाद हुआ था. मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. कोर्ट में पेश करने के बाद अदालत ने आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा है.