बीजापुर: दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित कौशलनार गांव में 23 अगस्त को विवाद की बात सामने आई थी. धर्म विशेष के लोगों ने आरोप लगाया था कि शव को दफनाने के दौरान उनके साथ मारपीट की गई. 23 अगस्त को घटी घटना के विरोध में धर्म विशेष के लोगों ने सोमवार को दंतेवाड़ा में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करते हुए धर्म विशेष के लोग पुलिस को ज्ञापन देने पहुंचे. ज्ञापन देने के बाद धर्म विशेष के लोगों ने पुलिस से मामले जांच की मांग की है. पुलिस ने उनके ज्ञापन को लेकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है.
बीजापुर पुलिस को सौंपा ज्ञापन: घटना के बारे में पुलिस का कहना है कि 23 अगस्त को कौशलनार गांव में शव को दफनाने के दौरान विवाद हुआ था. उस मुद्दे को लेकर लोग उनके पास ज्ञापन देने आए हैं. आरोप है कि आदिवासी के शव को दफनाने के दौरान विवाद की स्थिति खड़ी हो गई थी. धर्म विशेष से जुड़े लोगों का आरोप था कि ''उनके साथ मारपीट की गई है''. पुलिस ने ज्ञापन सौंपने आए लोगों को भरोसा दिया है कि उनकी शिकायत पर वो नियमानुसार कार्रवाई करेगी.
कौशलनार में विवाद की बात सामने आई थी. लोग आज शिकायत लेकर आए थे. हमने उनका ज्ञापन ले लिया है. जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी वो की जाएगी.: उन्नति ठाकुर, डीएसपी
पीड़ित ने की न्याय की मांग: ज्ञापन देने आए पीड़ित युवक का कहना है कि 23 अगस्त के दिन एक शख्स की मौत हो गई. हम लोग बरसों से जहां अपने लोगों को दफनाते आ रहे हैं वहां पर उनके शव को दफनाने गए. हमें वहां पर शव को दफनाने के रोक दिया गया. हमसे कहा गया कि थोड़ी देर रुक जाएं अभी एक कागज आने वाला है उसके बाद ही आप शव को दफनाना. बाद में गांव के बाहर से कुछ लोग आए और हमारे साथ मारपीट की. हम चाहते हैं कि हमें न्याय मिले.
23 अगस्त को हम शव दफनाने के लिए गए थे हमसे विवाद किया गया. बाहर से आए लोगों ने हमारे साथ मारपीट की.: पीड़ित, कौशलनार
धर्मांतरित होने वाले लोगों को अपने मूल धर्म में लौटना चाहिए.: राजाराम तोड़ेम, सर्व आदिवासी समाज
दोषियों पर कार्रवाई की मांग, मूल धर्म में लौटने की अपील: धर्म विशेष के साथ जुड़े संगठन छत्तीसगढ़ युवा मंच के लोगों ने मांग की है कि दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. संविधान के तहत जो अधिकार हमें मिले हैं उसका पालन होना चाहिए. प्रदर्शन पर सर्व आदिवासी समाज ने अपील की है कि लोग अपने मूल धर्म में लौट आएं.