गौरेला पेंड्रा मरवाही: नगर पालिका गौरेला और ग्राम पंचायत भदौरा के बीच शुक्रवार को कचरा फेंकने को लेकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि भदौरा गांव के ग्रामीणों ने लगभग चार घंटे तक कचरा फेंकने वाले दो वाहनों के कर्मचारियों को रोक कर रखा. विवाद खत्म करने के लिए जनपद सीईओ और नगर पालिका सीएमओ को मौके पर आना पड़ा. हालांकि काफी देर के विवाद के बाद कचरा वापस उठाने की शर्त पर मामला शांत हुआ.
ग्रामीणों ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप: ग्रामीणों का कहना है कि ''नगरीय निकाय प्रशासन ने गैर जिम्मेदाराना काम किया है. बिना ग्राम पंचायत भदौरा की अनुमति के उनके गांव में कचरा डंप किया जा रहा है." वहीं एक अन्य ग्रामीण का कहना है कि, " सुबह जानकारी मिली कि नगरपालिका गौरेला की दो गाड़ियां कचरा लेकर आई है. जब हम आए तो नगर पालिका की 8-10 गाड़ी कचरा फेंक चुकी थी. तब हमने विरोध किया और गाड़ी को रोक लिया. इसके बाद सीएमओ आए और बोले कि हमने ये जमीन चिन्हांकित की है. किसी पटवारी के माध्यम से हम यहां कचरा डालेंगे. फिर बोले कागजी कार्रवाई चल रही है."
"ये ग्राम पंचायत की जमीन है. हम नगर पालिका वालों को कचरा फेंकने नहीं देंगे. ये कल से कचरा ला रहे हैं. हम अपने पंचायत में कचरा नहीं फेंकने देंगे."-संदरी पैकरा, सरपंच, भदौरा ग्राम पंचायत
जानिए क्या कहते हैं निगम कर्मचारी ?: इस पूरे मामले में गौरेला नगर पालिका के कर्मचारी का कहना है कि, "आज सुबह पहली ट्रिप में कचरा गाड़ी खाली करने आए तो गांव वालों ने हमें रोक दिया. वे लोग कचरा यहां फेंकने नहीं दे रहे हैं. गांव वाले कह रहे हैं कि सीएमओ सर को बुलाइए, तभी यहां कचरा गिरेगा, वरना नहीं गिरेगा."
"उच्च अधिकारी को जानकारी देने के बाद खाली स्थान देखकर यहां कचरा डंप किया गया था. अब फिर से उच्च अधिकारियों से इस संबंध में बात की जाएगी." -नारायण साहू, सीएमओ, नगर पालिका गौरेला
जीपीएम जिले के भदौरा ग्राम पंचायत में शुक्रवार सुबह नगरीय निकाय गौरेला के दो वाहन कचरा डंप करने पहुंचे थे. ग्रामीणों ने वहां पर पहुंचकर कचरा फेंकने आए दोनों वाहनों को कर्मचारियों समेत मौके पर ही रोक लिया. इस दौरान काफी विवाद के बाद मामला शांत हुआ.