बालोद: निजी स्कूल में पढ़ने वाले आठवीं के छात्र ने बीते दिनों आत्महत्या कर ली थी. छात्र की मौत के बाद अब विवाद बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को जिला युवा कांग्रेस के नेताओं ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया. जिला यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष प्रशांत बोकडे ने कहा कि ''स्कूल प्रबंधन की ओर से घटना को लेकर कोई भी गंभीरता अबतक नहीं दिखाई है. स्कूल मैनेजमेंट की ओर से पीड़ित परिवार से मिलने तक कोई नहीं पहुंचा है''.
हमारी मांग है कि पीड़ित परिवार को उचित न्याय मिले और जो भी दोषी हैं उनपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा भी दिया जाना चाहिए - प्रशांत बोकडे, जिला यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष
निजी स्कूल के छात्र ने की थी आत्महत्या: स्कूल प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि बच्चे से सिर्फ क्लास के बाहर बैठाकर होमवर्क कराया गया था. दरअसल, 10 फरवरी को शहर के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले 8वीं के छात्र ने अपने घर में आत्महत्या कर ली थी. छात्र के पिता ने स्कूल प्रबंधन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था. मृतक छात्र के पिता के पुलिस में भी शिकायत करने गए थे.
बच्चा होमवर्क करके नहीं आया था. उसे बाहर बैठाकर होमवर्क करने को कहा गया. वो बाहर बैठा भी था और थोड़ी देर बाद भीतर भी आ गया. इसके बाद सामान्य रुप से वो घर चला गया. घर जाने के बाद उसने क्या किया ये प्रबंधन की जिम्मेदारी नहीं है. हमने स्कूल के सारे फुटेज जांच टीम को दे दिए हैं - मीरा थॉमस, प्रिंसिपल
NSUI की चेतावनी: युवा कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि अगर 15 दिनों के भीतर पीड़ित परिवार को मदद नहीं मिलती है तो वो फिर से न्याय के लिए आंदोलन करेंगे.