जयपुर. जयपुर में आयोजित हो रहे आईपीएल मुकाबले इस बार फ्लॉप शो साबित हुए. हर बार आईपीएल का आयोजन राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन करता है, लेकिन इस बार आईपीएल के आयोजन का जिम्मा खेल विभाग को सौंपा गया. माना जा रहा था कि सरकार इसका आयोजन करेगी, तो कोई विवाद नहीं होगा. हालांकि इस बार हालात ओर भी गंभीर हो गए. क्रिकेट प्रेमियों को टिकट नहीं मिले और ब्लैक किए गए, तो वहीं एक दर्शक मैच के दौरान ग्राउंड पर पहुंच गया. इसके अलावा एक बाउंसर ने खेल परिषद के सचिव से मारपीट कर दी. जबकि खेल विभाग ने आईपीएल के शानदार आयोजन की बात कही थी.
ये विवाद रहे चर्चाओं में:
- मैच आयोजन को लेकर कमेटियों नहीं बनी, हालात बिगड़े
- मैच के टिकटों के लिए फैंस को भटकना पड़ा, टिकट के लिए रातभर स्टेडियम के बाहर सोए
- ब्लैक में टिकट बिकते रहे, फैंस निराश होकर लौटते दिखे
- दस गुना महंगा पार्किंग चार्ज
- बाउंसरों ने की आयोजकों के साथ ही अभद्रता-हाथापाई
- मैच के दौरान दर्शकों के गायब हुए बेशकीमती सामान
- मैच के दौरान सुरक्षा में हुई बड़ी चूक, दर्शक मैदान में पहुंचा
चुनाव आयोग को लिखा पत्र: राजधानी में मार्च के आखिरी सप्ताह से आईपीएल मैच आयोजित किए जा रहे हैं. मगर आरसीए द्वारा स्टेडियम का एमओयू समाप्त होने के बाद ये जिम्मेदारी खेल परिषद को मिली, तो लगा कि इस बार सरकारी संस्था के आयोजक होने से मैच निर्विवाद और राहत भरें हो सकेंगे. लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला. रियायती टिकटों की घोषणा होने के बाद दर्शक रातभर स्टेडियम के बाहर बने बॉक्स आफिस के बाहर कतारों में सोते हुए दिखाई दिए. टिकट बॉक्स ऑफिस पर नहीं थे. कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा गया.
पढ़ें: जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में होंगे IPL मैच, BCCI ने राजस्थान खेल परिषद को सौंपी जिम्मेदारी
कांग्रेस नेता अभिषेक चौधरी ने ये पत्र लिखा और टिकटों की कालाबाजारी के आरोप लगाए. पिछली बार भी आईपीएल मैचों में बाउंसरों द्वारा बुरे बर्ताव पर यूथ बोर्ड के तत्कालीन उपाध्यक्ष सुशील शर्मा ने इसी तरह के मामलों में कोर्ट का रूख किया था. यूथ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सुशील शर्मा ने आरोप लगाया कि आईपीएल मैचों में टिकटों की कालाबाजारी की जा रही है. पिछली बार भी खेल मंत्री को बाउंसरों द्वारा रोका गया. इस बार खेल सचिव के साथ भी बाउंसरों ने मारपीट की. इस तरह के मामलों के बाद भी सरकार कार्रवाई नहीं कर रही.