देहरादून: राजधानी देहरादून के अपर जिलाधिकारी पद के लिए अधिकारी मिलना मुश्किल सा हो गया है. स्थिति यह है कि जिले में सीनियर पीसीएस अधिकारी ADM पद पर तैनाती लेने के बाद विवादों में आ रहे हैं. जाहिर है कि इस स्थिति से जिला प्रशासन के कामों पर भी असर पड़ रहा होगा. ताजा मामला सीनियर पीसीएस अधिकारी रामजी शरण शर्मा से जुड़ा है. जिन्हें चुनाव प्रक्रिया के बीच में ही हटाने के आदेश हुए हैं. बड़ी बात यह है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर न केवल उन्हें अपर जिलाधिकारी देहरादून के पद से हटाया गया है बल्कि विभागिय कार्रवाई के तहत निलंबित किए जाने की भी खबर है.
इतना ही नहीं अब निलंबित हुए इस पीसीएस अधिकारी की जांच प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है. अधिकारी पर लगे तमाम आरोपों की जांच के दौरान विभिन्न तथ्यों पर रामजी शरण से स्पष्टीकरण भी लिया जाएगा. ऐसे में रामजी शरण शर्मा की मुश्किलें और बढ़ने की संभावना है.
पीसीएस अधिकारी रामजी शरण शर्मा पर काम में लापरवाही बरतने, निर्वाचन ड्यूटी का ठीक से पालन नहीं करने के आरोप लगे हैं. इन आरोपों पर उन्हें निलंबित कर दिया गया .ये बात किसी को हजम नहीं हो रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि ऐसे कुछ दूसरे महत्वपूर्ण तथ्य या बातें भी हैं जिसके आधार पर भारत निर्वाचन आयोग ने कठोर कार्रवाई के लिए लिखा है. वैसे रामजी शरण शर्मा को लेकर ये कोई पहली शिकायत नहीं है. उनके व्यवहार पर कई लोग नाराजगी जताते दिखे हैं. बहरहाल, अब मामले में सामने आई विभिन्न शिकायतों के आधार पर जांच शुरू की जाएगी. इसके आधार पर उन्हें विभिन्न बिंदुओं पर अपना जवाब भी देना होगा.
देहरादून में ADM पद पर पहले भी हुई हैं शिकायतें: देहरादून में अपर जिलाधिकारी पद पर किसी अधिकारी का टिकना मुश्किल हो गया है. अभी मामला रामजी शरण शर्मा के निलंबन का है, लेकिन इससे पहले ये पद करीब 6 महीने तक खाली रहा. अतिरिक्त जिम्मेदारी के रूप में ही इसे कामचलाउ व्यवस्था में रखा गया. इतने लंबे समय में कई बार शासन ने अधिकारियों के तबादले किए लेकिन देहरादून जिले को ADM स्तर का अधिकारी नहीं दिया. उधर इससे पहले ADM रहे सीनियर पीसीएस शिव कुमार बरनवाल भी इसी तरह हटाये गए थे. तब शिव कुमार बरनवाल की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह उठे थे. जिसके बाद उन्हें अचानक ADM पद से हटाते हुए राजस्व परिषद में अटैच कर दिया गया. इससे पहले केके मिश्रा भी यहां ADM रहे. उनके कार्यकाल में भी उनके कामों को लेकर शिकायतें होने की बात चर्चा में आई थी.
इस तरह देखा जाए तो देहरादून में अपर जिलाधिकारी स्तर पर कोई भी अधिकारी लंबे समय तक नहीं टिक पा रहे हैं. फिलहाल जय भारत सिंह ADM के तौर पर इसी साल फरवरी में देहरादून जिले में तैनात किए गए थे, जबकि करीब 1 साल पहले ही रामजी शरण शर्मा देहरादून में ADM के तौर पर नियुक्त हुए थे. ऐसे में रामजी शरण शर्मा के बदले किसी अधिकारी को आचार संहिता हटने के बाद तैनाती मिलेगी या शासन फिर लंबे समय तक स्थायी रूप से पद भरने से परहेज करेगा ये आने वाला वक्त ही बताएगा.