जयपुर. ऑर्गन ट्रांसप्लांट फर्जी एनओसी प्रकरण में एक नया मोड़ आया है. चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर और विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह के एक बयान में विरोधाभास नजर आया है. ऑर्गन ट्रांसप्लांट फर्जी एनओसी प्रकरण को लेकर चिकित्सा विभाग ने सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल डॉक्टर राजीव बगरहट्टा और एसएमएस अस्पताल के तत्कालीन अधीक्षक डॉक्टर अचल शर्मा को 16 सीसीए का नोटिस जारी किया गया है.
बीते दिनों स्वास्थ्य भवन में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि डॉक्टर अचल शर्मा और डॉक्टर राजीव बगरहट्टा ऑर्गन ट्रांसप्लांट से जुड़े प्रकरण को लेकर सीधे एसीबी पहुंच गए, उन्होंने विभाग को इस बारे में जानकारी नहीं दी, न ही एसीएस को रिपोर्ट किया. इस दौरान विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह भी वहां मौजूद थीं.
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वहीं, करीब एक माह पहले एसीएस शुभ्रा सिंह ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि होली के आसपास एसएमएस अस्पताल के वरिष्ठ प्रशासक उनके पास आए कहा कि उनको अंदेशा है कि इस पूरे प्रोसेस में कोई दिक्कत है. इसमें कोई फर्जीवड़ा हो सकता है. गलत सिग्नेचर से एनओसी जारी की जा रही है. इसके बाद विभाग ने स्वसंज्ञान लेते हुए एसीबी से संपर्क किया. चिकित्सा मंत्री और विभाग की एसीएस के बयानों में विरोधाभास नजर आ रहा है. माना ये भी जा रहा है कि अधीक्षक और प्रिंसिपल के सीधे एसीबी चले जाने के कारण ही उन्हें नोटिस जारी किया गया.
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