जयपुर. उपभोक्ता मामलात विभाग के मंत्री सुमित गोदारा ने कहा है कि राज्य सरकार उपभोक्ता हितों के प्रति सजग और प्रतिबद्ध है. ई-कॉमर्स और टेलीमार्केटिंग जैसी सुविधाओं ने उपभोक्ताओं के सामने कई तरह की चुनौतियां पेश की है. उपभोक्ता शिक्षा और जागरूकता लाने से ही उपभोक्ताओं की ये चुनौतियां खत्म होंगी. मंत्री सुमित गोदारा ने वीसी के माध्यम से उपभोक्ता मामलात विभाग एवं भारतीय मानक ब्यूरो के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को आयोजित मानकीकरण, प्रमाणन एवं उपभोक्ता संरक्षण विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में यह बात कही.
उन्होंने कहा कि वैश्विक उपभोक्ता बाजार में ई-कामर्स, टेलीमार्केटिंग और भ्रामक विज्ञापन से उपभोक्ताओं के सामने नई चुनोतियां आई है. इनमें सुविधा के साथ दुविधा भी निहित है. उपभोक्ता इसके अनुचित व्यापारिक व्यवहार और अनैतिक कारोबार से अनभिज्ञ हैं. इन सब चुनौतियों से निपटने के लिए सबसे जरूरी है उपभोक्ता शिक्षा और इस शिक्षा के माध्यम से जागृति लाना. उपभोक्ता शिक्षा के माध्यम से हम उपभोक्ता आंदोलन को ग्रास रूट तक ले जाना चाहते हैं, इसलिए हम बड़े स्तर पर उपभोक्ता जागरूकता अभियान चलाना चाहते हैं. मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि सोने से बने आभूषण खरीदने और बेचने में उपभोक्ताओं का शोषण हो रहा है. भारतीय मानक ब्यूरो हॉलमार्किंग अभियान चला रहा है और प्रदेश के 19 जिलों में हॉलमार्किंग अनिवार्य है.
संभाग मुख्यालय पर होगी प्रशिक्षण कार्यशाला: उन्होंने कहा कि सोने के आभूषण खरीदते और बेचते समय उपभोक्ताओं के हितों को सुरक्षित करने के लिए राज्य स्तरीय एक बड़ा जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है. इसके लिए सभी संभागीय मुख्यालय पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी. इस कार्यशाला में भारतीय मानक ब्यूरो, जिला रसद अधिकारी, विधिक माप विज्ञान, शिक्षा एवं पंचायत राज विभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके बाद यह अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे, ताकि हॉलमार्किंग का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जा सके.
ज्वेलरी दुकानों पर क्यूआर कोड: गोदारा ने कहा कि सोने की शुद्धता की जांच के लिए ज्वेलर्स प्रतिष्ठानों पर क्यूआर कोड का प्रदर्शन कराया जाएगा. क्यूआर कोड स्कैन करने पर उपभोक्ता को हॉलमार्किंग केन्द्रों की जानकारी मिल जाएगी.
प्रशिक्षण जागरूकता अभियान की पहली कड़ी: विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए. सावंत ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जागरूकता अभियान की पहली कड़ी है. उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए सुसंवाद स्थापित किया जाए.राज्य उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष देवेन्द्र कछावा ने कहा कि हॉलमार्क व आईएसआई संस्था उत्पाद के प्रमाणीकरण में सावधानियां बरतें. आईएसआई में रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित हो और उसकी जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध होनी चाहिए. भारतीय मानक ब्यूरो की क्षेत्रीय निदेशक कनिका कालिया ने कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी.