कोडरमा:-जिले के तिलैया थाना क्षेत्र स्थित गुमो खरीटांड में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण को लेकर गतिरोध बढ़ गया है और ग्रामीण आर पार की लड़ाई पर आमादा हैं. प्लांट निर्माण लिए चल रही जमीन मापी के दौरान कोडरमा अंचल अधिकारी हलधर कुमार सेठी को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. आक्रोशित ग्रामीणों ने अंचल अधिकारी को घेर लिया और हंगामा मचाते हुए पत्थरबाजी की. बगैर जमीन मापी किए सीओ की अगुवाई में पहुंची अंचल की टीम को वापस लौटना पड़ा.
बता दें कि गुमो के खरीटांड के खाली पड़े इस भूभाग पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जाना है. जुडको की ओर से निर्माण के लिए चिह्नित भूमि पर जमीन की मापी का कार्य किया जा रहा था. यहां लगने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से कोडरमा और झुमरी तिलैया में शहरी जलापूर्ति का संचालन किया जाना है.
3 साल पहले ही जमीन चिन्हित की गई थी और इस बाबत ग्रामीणों को जानकारी भी दी गई थी, लेकिन जब निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू हुई तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए. सीओ हलधर कुमार सेठी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि जब वे लोग वहां पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी घेर ली और दूर से कुछ ग्रामीण पत्थरबाजी भी करने लगे. जिसके कारण जमीन की मापी किए बिना अंचल की टीम को वापस लौटना पड़ा.
इधर इस मामले को लेकर सीओ के आवेदन पर तिलैया थाने में 17 नामजद समेत 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने कहा कि जमीन का चयन 3 साल पूर्व ही ग्रामीणों की सहमति से किया गया था. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को समझा बूझकर काम शुरू कराया जाएगा.
उपायुक्त ने बताया कि निर्माण कार्य नहीं होने से झुमरी तिलैया और कोडरमा शहर में जलापूर्ति भी प्रभावित होगी. इसलिये खरीटांड में वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाना आवश्यक है, उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि हम ग्रामीणों को समझाने में सफल होकर निर्माण कार्य समय पर शुरू कर सकेंगे.
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