शिमला: हिमाचल में विधानसभा की तीन सीटों पर उपचुनाव की घोषणा के साथ ही सत्ता पक्ष ने भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं. शिमला में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रशेखर ने भाजपा पर तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश पर उपचुनावों का बोझ डालने के भाजपा और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर जिम्मेदार है. पहले तो भाजपा ने धनबल के प्रभाव से कांग्रेस के 6 विधायकों की खरीद फरोख्त की थी. इसके बाद भाजपा ने षड्यंत्र के तहत तीन निर्दलीय विधायकों को भी इस्तीफा देने के लिए उकसाया.
कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि तीनों निर्दलीय विधायकों ने धनबल के प्रभाव में आकर अपने इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष को सौंप कर डील को पूरा करते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली . उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार निर्दलीय विधायकों ने अपने पद से इस्तीफे दिए हैं. वहीं, निर्दलीय विधायकों पर कोई दवाब नहीं रहता है, वो किसी भी दल को अपना समर्थन दे सकते थे. इनके इस्तीफे के पीछे क्या कारण रहे हैं, इसका जवाब उन्हें जनता को देना होगा.
'अनैतिक तरीके से सत्ता हथियाने का प्रयास'
चन्द्रशेखर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री की कुर्सी हथियाने के लिए अनैतिक तौर-तरीके अपनाकर एक चुनी हुई सरकार को गिराने का षड्यंत्र रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के निजी स्वार्थ में प्रदेश की जनता पर उपचुनावों का बोझ डाला है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता खरीद फरोख्त की राजनीति को नकार चुकी है. इसका जवाब जनता ने हाल ही में विधायकों को घर बिठाकर दे दिया है. प्रदेश की जनता को खरीद फरोख्त की राजनीति पसंद नहीं आई है और अब तीन सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा. उपचुनाव में विधानसभा की चार सीटें हारने के बाद भाजपा को इस्तीफा देने वाले तीन निर्दलीय विधायकों को टिकट देने पर भी पुनर्विचार करना होगा.