नई दिल्ली: आया नगर में पानी की समस्या को लेकर गुरुवार को दिल्ली सरकार के खिलाफ धरना और मटका फोड़ प्रदर्शन हुआ. इस प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस के स्थानीय निगम पार्षद शीतल चौधरी और उनके पति वेदपाल चौधरी द्वारा किया गया. चंद दिनों पहले ही दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इंडिया एलायंस का गठबंधन बनाकर एक दूसरे के लिए वोट मांगते दिख रहे थे, लेकिन दिल्ली की राजनीति में इतनी तेजी से बदलाव की संभावना शायद सोची नहीं थी.
25 मई को वोटिंग के लिए यही कांग्रेस कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी के लिए दिल्ली वालों से समर्थन मांग रहे थे. लेकिन, 12 जून आते-आते इनका धैर्य टूट गया और पानी की समस्या को लेकर दिल्ली सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर गए. जल समस्या को लेकर नारेबाजी और मटका फोड़ प्रदर्शन किया.
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वहीं, शीतल चौधरी और उनके पति वेदपाल ने आम आदमी पार्टी विधायक एवं उनके कार्यकर्ताओं पर ही टैंकर माफिया होने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि अगर दिल्ली सरकार आया नगर और छतरपुर इलाके में पानी की समस्या को जल्द दूर नहीं करेगी तो वह अपने इस प्रदर्शन को और बड़ा करेंगे.
पहले बीजेपी अब कांग्रेस के प्रदर्शन से इतना तो साफ हो गया है की जिस कांग्रेस पार्टी के भरोसे अरविंद केजरीवाल दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों को जीतने का सपना देख रहे थें वह तो पूरा नहीं हुआ दूसरी तरफ पानी की समस्या में राजनीति की दरिया में कांग्रेस भी गोते लगाने लगी है. मई जून के महीने में हुए पानी के इस समस्या का असर 2025 के विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है.
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