बागेश्वर: जिले में सरकार ने आठ नई शराब की दुकानें खोलने का निर्णय लिया है. इसी बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नई शराब की दुकानें खोलने के विरोध में प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया और धरना- प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर दुकानों को ना खोलने की मांग की है. इसके अलावा अमसरकोट क्षेत्र के लोगों ने भी शराब की दुकानों के खिलाफ विरोध जताया है. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई, तो वह उग्र आंदोलन करेंगे.
शराब की दुकानें खोलने के विरोध में उतरी कांग्रेस: सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने बागेश्वर जैसे छोटे जिले में आठ शराब की देसी-विदेशी दुकानें खोलने का निर्णय लिया है, जो सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि यहां के युवाओं को रोजगार देने की बजाए उन्हें नशे की गिरफ्त में डाला जा रहा है. ऐसे में कांग्रेस इस तरह की मनमानी को सहन नहीं करेगी. जिलाध्यक्ष भगवत डसीला के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता एसबीआई तिराहे पर एकत्रित हुए थे.
ग्रामीण बोले मांगे नहीं मानी तो होगा उग्र आंदोलन: वहीं, गिरेछीना में देसी और विदेशी शराब की दुकान खोले जाने के निर्णय के विरोध में अमसरकोट ग्रामीण मुखर हो गए हैं. ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और सरकार से जल्द निर्णय वापस लेने की मांग उठाई.
विकासनगर में नशे के खिलाफ सड़कों पर उतरी थी कांग्रेस: बता दें कि इससे पहले विकासनगर में कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में नशे के खिलाफ धरना- प्रदर्शन दिया था. साथ ही तहसील प्रशासन के माध्यम से सीएम धामी को एक ज्ञापन भी भेजा था.
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