मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : छत्तीसगढ़ में राजस्व पटवारी संघ अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चला गया है. हड़ताल पर जाने के कारण प्रदेश में राजस्व से जुड़े कामों में देरी हो रही है.मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में भी पटवारियों के काम बंद करने के बाद लोगों को परेशानी हो रही है. वहीं दूसरी तरफ पटवारियों की हड़ताल को लेकर राजनीति भी चरम पर है. कांग्रेस का मानना है कि पटवारियों की मांगें जायज हैं, इसलिए इसे जल्द पूरा किया जाना चाहिए.
कांग्रेस ने पटवारियों की मांगों का किया समर्थन : कांग्रेस जिला अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने पटवारियों की हड़ताल को समर्थन दिया है. वहीं हड़ताल को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. अशोक श्रीवास्तव की माने तो बीजेपी के शासन में भ्रष्टाचार चरम पर है.बीजेपी के नेता अनावश्यक तरीके से अधिकारियों पर दबाव देकर गलत कार्य कराते हैं. सरकार को अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए.पटवारियों की मांगें जायज हैं.
बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. बीजेपी नेता अनावश्यक तरीके से अधिकारियों पर दबाव देकर गलत कार्य कराते हैं.पटवारी संघ की मांग जायज है.''- अशोक श्रीवास्तव,जिलाध्यक्ष कांग्रेस
वहीं एमसीबी के पटवारी योगेश गुप्ता ने बताया कि जो हम लोग पर सुविधा समय पर काम करने का दावा करता है. इन कामों को करने के लिए जिन सामग्रियों की आवश्यकता पड़ती है. वह सामग्री लंबे समय से हम लोगों के द्वारा मांग करने के बाद भी उपलब्ध नहीं कराया गया. लैपटॉप स्कैनर मोबाइल डाटा शासन उपलब्ध नहीं कराता. पटवारी संघ की जिलाध्यक्ष की माने तो पहले भी शासन को परेशानियों से अवगत कराया गया था.लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.
''भुइयां से जुड़ी हुई कई तरह की चीजें पटवारियों के पास नहीं होती.जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. भुइयां कार्यक्रम में 32 विसंगतियां हैं. इसको दूर करने के लिए पहले भी शासन को ज्ञापन दिया गया था.लेकिन मांगों को पूरा नहीं किया गया.मजबूरी में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना जा रहा है.'' प्रिजेश कुमार,जिलाध्यक्ष पटवारी संघ
आपको बता दें कि प्रदेश में पटवारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला के सभी पटवारी इसमें शामिल होकर हड़ताल को सफल बना रहे हैं. हड़ताल पर गए पटवारी संघ की 32 मांगों में प्रमुख मांग भुइयां से जुड़ी है. जिसमें भुइयां सिस्टम पर सवाल उठाए गए हैं. प्रमुख मांगों में सहायक प्रोग्रामरों की स्थापना करने, लिपिकीय त्रुटि की शंका,100 प्रतिशत नक्शा, बटांकन का दबाव, भुइयां सर्वर का स्लो होना सहित ऑनलाइन भुईयां में आ रही समस्या जैसी चीजें शामिल हैं.