देहरादून: चुनावी सीजन में कोविशील्ड विवाद ने जोर पकड़ लिया है. बीते दिनों कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने ब्रिटिश कोर्ट में कबूल किया है कि इस वैक्सीन को लेने वालों को हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है. जिसके बाद से भारत में इस मामले पर हल्ला मचा हुआ है. अब इस मामले को लेकर कांग्रेस हमलावर मोड में है. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने कोरोना वैक्सीन मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. इस मामले में कांग्रेस ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से यह सुनिश्चित किए जाने का आग्रह भी किया है कि वैक्सीन लेने से पीड़ित नागरिकों को क्षतिपूर्ति प्रदान की जाए. उन्होंने कहा जो लोग टीके के कारण तमाम अवांछित बीमारियों से जूझ रहे हैं उनके उपचार की गारंटी कंपनी ले. ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि राजनीतिक स्वार्थ के चलते गंभीर आपराधिक कृत्य के लिए दोषी लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति ना हो सके.
कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर राजीव महर्षि और कांग्रेस के उपाध्यक्ष पूरण सिंह रावत ने कहा ब्रिटेन की अदालत में पेश दस्तावेजों में कोविड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने साइड इफेक्ट्स की बात स्वीकार कर भारतीय समाज की चिंता को बढ़ा दिया है. यह रिपोर्ट भारत के लिए इसलिए भी ज्यादा चिंताजनक है क्योंकि भारत में कोविड के दौरान इसी वैक्सीन को इस्तेमाल किया गया था. इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में कंपनी की स्वीकृति से जनता के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चिंताए बढ़ गई हैं. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवरकर दोषियों को दंडित कर जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित कराई जाये.