जयपुर. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में बिखराव की आशंकाओं के बीच पार्टी विरोधी बयानबाजी और पार्टी लाइन से इतर गतिविधियों पर लगाम लगाने की दिशा में कवायद शुरू कर दी है. इसी कड़ी में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डिसिप्लिनरी एक्शन (अनुशासनात्मक कार्रवाई) कमेटी के गठन को एआईसीसी ने मंजूरी दे दी है.
पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना को इस कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है. इसे लेकर एआईसीसी के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल की ओर से आज एक आदेश जारी किया गया है. इस आदेश के मुताबिक, पीसीसी की अनुशासनात्मक कार्रवाई कमेटी के गठन के प्रस्ताव को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वीकृति दे दी है. इसके तहत तत्काल प्रभाव से अनुशासनात्मक कार्रवाई कमेटी का गठन किया गया है.
इन्हें मिला है बयानबाजी रोकने का जिम्मा: पीसीसी की अनुशासनात्मक कार्रवाई कमेटी का चेयरमैन पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना को बनाया गया है. जबकि पूर्व मंत्री शकुंतला रावत इस कमेटी की को-चेयरमैन हैं. इसके साथ ही हाकम अली को कमेटी का संयोजक और विनोद गोठवाल को सदस्य बनाया गया है. मुख्य रूप से पार्टी विरोधी बयानबाजी और पार्टी लाइन से हटकर गतिविधि को रोकना इस कमेटी के जिम्मे होगा.
मालवीय की विदाई और मिर्धा के बयान चर्चा में: हाल ही में बड़े पैमाने पर कांग्रेस नेताओं की कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की चर्चा थी. इस बीच पूर्व मंत्री और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रहे महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने पाला बदलकर भाजपा का दामन थाम लिया. हाल ही में डेगाना के पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा की बयानबाजी ने भी कांग्रेस के नेताओं की टेंशन बढ़ा दी. ऐसे में माना जा रहा है कि इस तरह की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए यह कदम उठाया गया है.