रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक के तहत गठबंधन में 30 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ी कांग्रेस 14 सीटें हार गयी. इन हारी हुई 14 विधानसभा सीट पर पार्टी के प्रदर्शन और हार की वजह जानने के लिए जल्द समीक्षा करेगी.
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बताया कि इंडिया गठबंधन के साथ रहकर चुनाव में कांग्रेस जिन विधानसभा सीटों पर चुनाव हारी है. उन सभी सीटों पर कांग्रेस अपनी हार की समीक्षा करेगी. इसके लिए एक विशेष कमेटी पार्टी की ओर से बनाई गयी है.
विस्तृत रिपोर्ट से आलाकमान को कराया जाएगा अवगत
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बताया कि किन परिस्थितियों में और किन कारणों से उनके प्रत्याशियों को हार का सामना पड़ा. इसकी विस्तृत जानकारी लेकर उससे आलकमान को अवगत कराया जाएगा. अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी (AICC) के महासचिव व झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर के निर्देश पर उन सीटों की समीक्षा होगी जहां कांग्रेस को हार मिली है.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश द्वारा कांग्रेस नेताओं की जिलावार समिति का गठन किया गया है. जो जिलाध्यक्षों, जिला पदाधिकारियों, प्रखंड, मंडल के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी एवं जिला के अग्रणी संगठन, विभाग के लोगों के साथ बैठक कर हार की कारणों की समीक्षा करेगी.
गठित जिलावार समिति
हजारीबाग जिला की हजारीबाग, बड़कागांव, बरही और मांडू सीट के कांग्रेस नेता बंधु तिर्की, सदस्य सुल्तान अहमद और रविन्द्र कुमार झा थे. वहीं धनबाद जिला की धनबाद, झरिया, बाघमारा सीट पर संयोजक शहजादा अनवर और अशोक चौधरी, जयशंकर पाठक थे. पलामू जिला की डालटनगंज, बिश्रामपुर, पांकी के संयोजक रविन्द्र सिंह, और सदस्य भीम कुमार, विनय सिन्हा दीपू थे.
इसी तरह पूर्वी सिंहभूम जिला की जमशेदपुर पूर्वी और जमशेदपूर पश्चिमी सीट के लिए ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह संयोजक तो रमा खलखो और आलोक कुमार दुबे को सदस्य बनाया गया था. दुमका और देवघर जिला के जरमुंडी सीट के लिए संयोजक राजीव रंजन प्रसाद और अमूल्य नीरज खलखो, डॉ. एम. तौसीफ सदस्य थे. रांची जिला की हटिया सीट के लिए संयोजक रामाश्रय प्रसाद तो अजय सिंह और जवाहर लाल महथा सदस्य बनाया गया था.
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