अल्मोड़ा: नगर पालिका को नगर निगम बनाए जाने की कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए पहले भी परिसीमन कर अनेक गांव को मिलाया गया था. तब भी विरोध के स्वर गूंजे थे. इस बार फिर अल्मोड़ा नगर पालिका को नगर निगम बनाए जाने की सुगबुगाहट होने लगी है. वहीं विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं. कांग्रेस विरोध के स्वरों को बल देने के काम में जुट गई है. कांग्रेस विधायक ने इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बताया है.
कांग्रेस ने सरकार को घेरा: अल्मोड़ा से कांग्रेस विधायक मनोज तिवारी ग्रामीणों के स्वर में स्वर मिलाकर समर्थन में उतर आए है. उनका कहना है कि नगर पालिकाओं का कार्यकाल समाप्त हुए 8 माह बीत चुका है. नगर पालिका के चुनाव 6 माह बाद संपन्न करा लिए जाने थे, लेकिन अब सरकार नगर पालिकाओं को नगर निगम बनाने की प्रक्रिया कर रही है. जिससे राजनीतिक षड्यंत्र की बू आ रही है.
ग्रामीणों के समर्थन में उतरी कांग्रेस: उन्होंने कहा की हमारा यह कहना है कि नगर पालिका को नगर निगम बनाने की जो कोशिश की जा रही है, इससे पहले सरकार जनभावनाओं को सुने और उसको समझ कर कार्य करें.मनोज तिवारी ने कहा कि ग्रामीणों ने अल्मोड़ा नगर पालिका को नगर निगम बनाने में विरोध किया तो कांग्रेस ग्रामीण का समर्थन करेगी और सरकार का विरोध करेगी.
बता दें कि अल्मोड़ा में नगर पालिका को नगर निगम बनाने की कवायद पर विरोध के स्वर उठने लगे हैं. अल्मोड़ा नगर पालिका में नगर के समीप लगे गांवों को शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया था. जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.