जयपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने समरावता कांड को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं. जयपुर हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत में पायलट ने कहा, राजस्थान हो या देश का कोई दूसरा कोना हो खासतौर पर जो व्यक्ति राजनीति में हैं. कारण चाहे जो भी हो लेकिन अगर वो किसी पर आक्रमण करते हैं या किसी पर हिंसा करते हैं तो कौन सही ठहराएगा. मैं तो इसे गलत मानता हूं. अगर आप हिंसा का सहारा लेकर आगे काम करना चाहते हैं तो उसका कौन समर्थन करेगा. यह सरकार पर भी लागू होता है. सरकार, पुलिस और प्रशासन ने गांव में घुसकर जो किया है. रात के अंधेरे में जाकर बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं को पीटा गया है. आंसू गैस के गोले छोड़े हैं. उनका क्या गुनाह था. वो कौनसे आतंकवादी थे. हिंसा अगर सरकार की मशीनरी भी करती है तो इसकी जांच होनी चाहिए. पहले कहा गया कि इसकी न्यायिक जांच होगी. अब कह रहे हैं कि संभागीय आयुक्त से जांच करवाई जाएगी. पता नहीं सरकार क्या चाहती है. लेकिन यह सरकार का एक चेहरा सामने आया है. उस दिन मतदान चल रहा था. जांच इस बात की होनी चाहिए कि यह लापरवाही जान-बूझकर की गई क्या.
किस पार्टी को फायदा पहुंचाने का प्रयास : पायलट बोले, किस राजनीतिक पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया. रात में जाकर पिटाई की गई. कौन खुद अपने गाड़ी और मकान में आग लगाएगा. अगर बाहर के लोग थे तो वे वहां आए कैसे. सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है. जानबूझकर टारगेटेड कार्रवाई की गई है. गरीब लोगों को तंग करने का काम किया गया है. सरकार के मंत्रियों ने न्यायिक जांच की मांग की थी. अब अगर कोई अधिकारी जांच करेगा तो आज ही बता रहा हूं कि कुछ भी निकलकर नहीं आएगा. तथ्य तक पहुंचना है तो न्यायिक जांच जरूरी है.
पढ़ें: डोटासरा बोले- ओछी सियासत के लिए बापू को गाली देते हैं BJP-RSS के लोग
गांधी पर बयान, माफी मांगे भाजपा और राठौड़ : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के महात्मा गांधी को लेकर दिए गए बयान के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा, यह शोभा नहीं देता है. भाजपा प्रदेश में सत्ताधारी दल है. जिन महापुरुषों ने अपना जीवन देश की आजादी के लिए कुर्बान किया. देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के लिए ऐसा कहा गया है तो तुरंत उन्हें माफी मांगनी चाहिए. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए कि भाजपा के किसी भी व्यक्ति ने महात्मा गांधी या पंडित नेहरू के खिलाफ ऐसी बात कही है. यह शोभा नहीं देता. इतिहास को सम्मान देना चाहिए.
महाराष्ट्र में वोटर्स को प्रभावित कर रही भाजपा : पायलट बोले, महाराष्ट्र में एनसीपी नेता अनिल देशमुख पर जानलेवा हमला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. चुनाव से ठीक पहले हिंसा का माहौल बनाना और लोगों को दबाव में लेकर आना. सभ्य समाज में यह शोभा नहीं देता. इसकी जांच होनी चाहिए. भाजपा के बड़े नेता लोगों को प्रभावित करने के किए धनराशि बांटते हुए पकड़े जाते हैं. निर्वाचन आयोग को तुरंत प्रभाव से निष्पक्ष और प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए थी. सिर्फ नोटिस देने से कुछ नहीं होगा.
सच्चाई सामने आना जरूरी : पायलट ने कहा, रुपए बांटने वाले भाजपा नेता कितने लोगों को प्रभावित कर चुके थे, कितने लोग इनके संपर्क में थे. यह सामने आना जरूरी है. इन ताकतों ने चुनाव प्रचार में क्या-क्या किया होगा. उन्होंने कहा कि झारखंड और महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन बहुत मजबूती से आगे बढ़ रहा है. लोग इंडिया गठबंधन के समर्थन में मन बना चुके हैं. उन्होंने कहा कि वायनाड के लोकसभा उपचुनाव और राजस्थान, यूपी, एमपी के विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस जीत दर्ज करेगी.
सत्ताधारी नेता धर्म की आड़ में मांग रहे वोट : सत्ता में बैठे मंत्री और मुख्यमंत्री धर्म की आड़ में वोट मांग रहे हैं. एक राज्य का चुनाव जीतने के लिए आप देश में ऐसा माहौल बनाते हैं. इसका मतलब है कि आप अपने रिपोर्ट कार्ड में फेल हैं. महाराष्ट्र में इनकी सरकार कैसे बनी सब जानते हैं. वहां आज भी खिंचाव है. सत्ताधारी गठबंधन ने यह घोषणा नहीं की है कि जो वर्तमान सीएम हैं. वे आगामी मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं बनेंगे. वहां परफॉर्मेंस जीरो है. इसलिए लोग बदलाव चाहते हैं.