भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झाबुआ दौरे को लेकर कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने कड़ी टिप्पणी की है. भूरिया ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में आदिवासियों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं. पिछली बार विधानसभा चुनाव के समय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झाबुआ के दौरे पर आए थे. उसके बाद से अभी तक झाबुआ की परिस्थितियों में कोई अंतर नहीं आया है. उल्टा आदिवासी किसानों को वन अधिकार पट्टे को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
भूरिया ने आदिवासी अंचल के लिए कई मांगें उठाईं
भोपाल में कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने आदिवासी अंचल के लिए कई मांगें उठाई हैं. प्रधानमंत्री ने झाबुआ में मेडिकल कॉलेज की घोषणा की है. इसके साथ ही एक ट्राइबल यूनिवर्सिटी की स्थापना भी झाबुआ में होगी. भूरिया ने कहा कि अमरकंटक ट्राइबल यूनिवर्सिटी में स्टाफ की कमी है. यदि झाबुआ में आर्मी स्कूल खोला जाए तो इससे न केवल मध्य प्रदेश बल्कि गुजरात, राजस्थान को लाभ मिलेगा. भूरिया ने कहा कि आदिवासियों को उनकी जमीन के पट्टे नहीं मिल रहे हैं. पेसा एक्ट को कमजोर बनाने का काम भाजपा ने किया है.
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आदिवासियों के लिए योजनाएं केवल कागजों में
भूरिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में अनुसूचित जनजाति के लिए बनी योजनाओं का 260 करोड़ रुपये दूसरे विभाग को दे दिया गया है. पीएम मोदी प्रचार के लिए आए. वह सिर्फ घोषणा न करें, काम करके दिखाएं. राजनीति अपनी जगह लेकिन जनता के काम होने चाहिए. नर्मदा का पानी गुजरात को मिलता है लेकिन झाबुआ को नहीं मिलता. इसके साथ ही भूरिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के पैनल बन गए हैं. एक-दो हफ्ते में प्रत्याशी घोषित हो सकते हैं. मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस का बड़ा आंदोलन होगा.