सोनीपत: कांग्रेस विधायक अवैध खनन मामले में जेल में बंद सुरेंद्र पंवार जेल से बाहर आ गये हैं. ED ने उन्हें मनी लांड्रिंग और अवैध खनन के केस में गिरफ्तार किया था. पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने ठोस सबूत ना होने के कारण उन्हें पिछले दिनों बरी कर दिया था और ईडी की गिरफ्तारी को अवैध बताया था. उनके बाहर आने पर उनके समर्थकों और परिजनों ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया.
बीजेपी ने मुझे गिरफ्तार करवाया- जेल से बाहर आने के बाद सुरेंद्र पंवार ने कहा कि बीजेपी ने किस प्रकार से साजिश के तहत ED द्वारा उन्हें गिरफ्तार करवाया. ये लोग विपक्ष के नेताओं को ED से डराते हैं. चुनाव पर सुरेंद्र पंवार ने कहा कि मैं सोनीपत से कांग्रेस का प्रत्याशी हूं. इस बार यहां जनता खुद चुनाव लड़ रही है. मुझे सोनीपत की जनता पर विश्वास है कि वो दोबारा मुझे आशीर्वाद देंगे.
गिरफ्तारी को कोर्ट ने बताया अवैध- सुरेंद्र पंवार के वकील महादेव ने कहा कि ED पहले भी इस केस में इनको बुलाती रहती थी. सुरेंद्र पंवार ED का सहयोग करते रहते रहे हैं. उन्होंने कहा कि 19 जुलाई को भी वो ED के समन पर जांच में शामिल हुए थे लेकिन ED ने रात को अचानक गिरफ्तार कर लिया. अब कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया है. सुरेंद्र पंवार पर पहले भी कई एफआईआर दर्ज की गई थी लेकिन उनका नाम कहीं भी शामिल नहीं था. उनकी गिरफ्तार के खिलाफ हमने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी और अब अदालत ने उन्हें बरी कर दिया है.
सुरेंद्र पंवार सोनीपत से प्रत्याशी हैं- सुरेंद्र पंवार सोनीपत से कांग्रेस के विधायक और इस चुनाव में प्रत्याशी हैं. ईडी ने सुरेंद्र पंवार को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार किया था. फिलहाल वो अंबाला जेल में बंद थे. लेकिन चुनाव में कांग्रेस ने उन्हीं पर भरोसा जताते हुए जेल में बंद होने के बावजूद इस बार भी टिकट दिया. सुरेंद्र पंवार जेल से ही ईडी की कस्टडी में अपना नामांकन दाखिल करने आये थे.
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