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सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से किया इनकार, कहा- जब किसी को भूख लगती है, तभी उसे खाना देना चाहिए

Congress MLA Sudhir Sharma on Minister Post: कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने सुक्खू सरकार में मंत्री बनने से साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा जब किसी को भूख लगती है, तभी उसे खाना देना चाहिए. वो विधायक है और अपनी विधानसभा क्षेत्र तक सीमित हैं. न ही उन्हें मंत्री बनना है और न ही लोकसभा चुनाव लड़ना है. पढ़िए पूरी खबर...

सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से किया इनकार
सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से किया इनकार
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 22, 2024, 8:04 PM IST

Updated : Feb 22, 2024, 8:14 PM IST

सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से किया इनकार

शिमला: हिमाचल प्रदेश में सुख की सरकार में ही कांग्रेस कई विधायक और नेता ऐसे हैं, जो नाखुश है और उनका दर्द रह रह कर मीडिया के माध्यम से सामने आता रहता है. इन्हीं विधायकों में से एक धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा भी शामिल हैं, जिन्हें सुक्खू सरकार में मंत्री पद नहीं मिलने का मलाल हमेशा से रहा है. यही वजह है कि समय-समय पर सुधीर अपने बयानों से सुक्खू सरकार को आईना दिखाते रहते हैं.

वहीं, एक बार फिर से अपने बयानों को लेकर विधायक सुधीर शर्मा सुर्खियों में हैं. आज मीडिया ने जब उनसे कैबिनेट मंत्री बनने को लेकर सवाल किया तो उनका दर्द छलक कर सामने आ गया. उन्होंने कहा कि मुझे मंत्री नहीं बनना और न ही लोकसभा चुनाव लड़ना है. साथ ही उन्होंने कहा, जो लोग सरकार में हैं, उन्हें मौका देना चाहिए. एक बेचारा विधायक जो अपनी चुनाव क्षेत्र तक ही सीमित है, वो कहां लोकसभा का चुनाव लड़ेगा.

विधायक सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "राज्य सरकार को 14 महीने का वक्त पूरा हो गया है. जब किसी व्यक्ति को भूख लगी होती है, तभी उसे खाना देना जरूरी होता है. मार्च के पहले हफ्ते में आचार संहिता लग जाएगी और लोकसभा चुनाव आ जाएंगे. लोकसभा चुनाव के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकेगा. यह भविष्य ही बताएगा कि क्या स्थिति बनेगी. मुख्यमंत्री को किसी और को मंत्रिमंडल में एडजस्ट करना चाहिए. वे विधायक हैं और विधायक के तौर पर ही काम करते हैं".

वही, सुधीर शर्मा ने कांगड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ने से भी साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "जो लोग सत्ता के केंद्र में हैं, उन्हें चुनाव लड़ाने चाहिए. वे विधायक है और अपनी विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमित है. ऐसे में वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकते हैं."

बता दें कि सुधीर शर्मा पूर्व में भी मंत्री रहे है और इस बार भी उनके मंत्री बनने की चर्चाएं जोरों पर थी, लेकिन सीएम सुखविंदर के मंत्रिमंडल में उन्हें शामिल नहीं किया गया. सुक्खू कैबिनेट में दो मंत्री बाद में बनाये गए, लेकिन उसमें भी उनका नाम शामिल नहीं था. हालांकि, एक मंत्री का पद अभी भी खाली चल रहा है. वहीं, मुख्यमंत्री ने सुधीर शर्मा को मंत्री बनाने के संकेत सदन में दिए है, लेकिन अब सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से इनकार कर दिया है.

गौरतलब है कि बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा को दोबारा मंत्री बनाने की संकेत दिए. विधानसभा में पर्यटन से जुड़े एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा सुधीर शर्मा मंत्री बनेंगे. वह वरिष्ठ मंत्री रहे हैं. भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है, किसी को नहीं पता. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद एक बार फिर सुधीर शर्मा के मंत्री बनने की चर्चा तेज हो गई, लेकिन सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से साफ इनकार कर दिया और सीएम सुक्खू को किसी ओर विधायक को मंत्री बनाने की सलाह दी है.

ये भी पढ़ें: सुधीर को मंत्री बनाने की पैरवी करते दिखे नेता प्रतिपक्ष, सीएम बोले-मंत्री भी बनाएंगे, भविष्य के गर्भ में छिपा है सब

सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से किया इनकार

शिमला: हिमाचल प्रदेश में सुख की सरकार में ही कांग्रेस कई विधायक और नेता ऐसे हैं, जो नाखुश है और उनका दर्द रह रह कर मीडिया के माध्यम से सामने आता रहता है. इन्हीं विधायकों में से एक धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा भी शामिल हैं, जिन्हें सुक्खू सरकार में मंत्री पद नहीं मिलने का मलाल हमेशा से रहा है. यही वजह है कि समय-समय पर सुधीर अपने बयानों से सुक्खू सरकार को आईना दिखाते रहते हैं.

वहीं, एक बार फिर से अपने बयानों को लेकर विधायक सुधीर शर्मा सुर्खियों में हैं. आज मीडिया ने जब उनसे कैबिनेट मंत्री बनने को लेकर सवाल किया तो उनका दर्द छलक कर सामने आ गया. उन्होंने कहा कि मुझे मंत्री नहीं बनना और न ही लोकसभा चुनाव लड़ना है. साथ ही उन्होंने कहा, जो लोग सरकार में हैं, उन्हें मौका देना चाहिए. एक बेचारा विधायक जो अपनी चुनाव क्षेत्र तक ही सीमित है, वो कहां लोकसभा का चुनाव लड़ेगा.

विधायक सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "राज्य सरकार को 14 महीने का वक्त पूरा हो गया है. जब किसी व्यक्ति को भूख लगी होती है, तभी उसे खाना देना जरूरी होता है. मार्च के पहले हफ्ते में आचार संहिता लग जाएगी और लोकसभा चुनाव आ जाएंगे. लोकसभा चुनाव के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकेगा. यह भविष्य ही बताएगा कि क्या स्थिति बनेगी. मुख्यमंत्री को किसी और को मंत्रिमंडल में एडजस्ट करना चाहिए. वे विधायक हैं और विधायक के तौर पर ही काम करते हैं".

वही, सुधीर शर्मा ने कांगड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ने से भी साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "जो लोग सत्ता के केंद्र में हैं, उन्हें चुनाव लड़ाने चाहिए. वे विधायक है और अपनी विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमित है. ऐसे में वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकते हैं."

बता दें कि सुधीर शर्मा पूर्व में भी मंत्री रहे है और इस बार भी उनके मंत्री बनने की चर्चाएं जोरों पर थी, लेकिन सीएम सुखविंदर के मंत्रिमंडल में उन्हें शामिल नहीं किया गया. सुक्खू कैबिनेट में दो मंत्री बाद में बनाये गए, लेकिन उसमें भी उनका नाम शामिल नहीं था. हालांकि, एक मंत्री का पद अभी भी खाली चल रहा है. वहीं, मुख्यमंत्री ने सुधीर शर्मा को मंत्री बनाने के संकेत सदन में दिए है, लेकिन अब सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से इनकार कर दिया है.

गौरतलब है कि बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा को दोबारा मंत्री बनाने की संकेत दिए. विधानसभा में पर्यटन से जुड़े एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा सुधीर शर्मा मंत्री बनेंगे. वह वरिष्ठ मंत्री रहे हैं. भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है, किसी को नहीं पता. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद एक बार फिर सुधीर शर्मा के मंत्री बनने की चर्चा तेज हो गई, लेकिन सुधीर शर्मा ने मंत्री बनने से साफ इनकार कर दिया और सीएम सुक्खू को किसी ओर विधायक को मंत्री बनाने की सलाह दी है.

ये भी पढ़ें: सुधीर को मंत्री बनाने की पैरवी करते दिखे नेता प्रतिपक्ष, सीएम बोले-मंत्री भी बनाएंगे, भविष्य के गर्भ में छिपा है सब

Last Updated : Feb 22, 2024, 8:14 PM IST
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