जयपुर. प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के ऐलान के साथ राजस्थान में चुनावी रणभेरी बज चुकी है. इस सिलसिले में प्रदेश कांग्रेस का जयपुर में आज बड़ा मंथन है. इस दौरान उपचुनाव की तैयारी और टिकटों को लेकर वॉर रूम में सह प्रभारी प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को अपनी रिपोर्ट भी सौंपेंगे.
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सोमवार को जयपुर पहुंचने के साथ ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मिले. भाजपा की तरफ से छह सीट पर टिकटों की घोषणा के बाद पीससी वॉर रूम में कांग्रेस के प्रमुख नेता प्रदेश प्रभारी रंधावा की अध्यक्षता में को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में शामिल होंगे. इस दौरान उपचुनाव को लेकर रणनीति बनाई जाएगी, साथ ही जातिगत समीकरणों के अनुसार जिताऊ उम्मीदवार पर भी चर्चा की जाएगी. इस उपचुनाव में प्रमुख विपक्षी दल विधानसभा में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिहाज से जमीनी हालात को दुरुस्त करने पर फोकस कर रहा है. खुद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बीते दिनों इस बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए संकेत भी दे चुके हैं. डोटासरा और रंधावा बीजेपी की तर्ज पर पार्टी के मंडल स्तर जिम्मेदारियां बांटने के साथ ही बूथ मैनेजमेंट पर फोकस कर रहे हैं. इन जिम्मेदारियों को लेकर भी नेताओं की भूमिका आज तय होगी.
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ये रहेंगे मौजूद : कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिह रंधावा के अलावा प्रदेश अध्यक्ष गेविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट, भंवर जितेद्र सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और राजस्थान सहप्रभारी चिरंजी राव, रित्विक मकवाना और पूनम पासवान शामिल रहेंगे.
सह प्रभारी सौपेंगे अपनी रिपोर्ट : कांग्रेस कोऑर्डिनेशन की बैठक में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा विधानसभावार जीत को लेकर तीनों सह प्रभारियों से मुलाकात करेंगे. सह प्रभारी बीते दिनों उपचुनाव वाली विधानसभा और जिलों से जुटाए गए फीडबैक को रंधावा को सौपेंगे. जिसके आधार पर टिकट तय किए जाने हैं. इस फीडबैक में स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के साथ ही दावेदारों का बायोडाटा लेकर रिपोर्ट तैयार की गई है. सह प्रभारी यह रिपोर्ट बैठक में रखेंगे, ताकि कांग्रेस की स्थिति और जिताऊ उम्मीदवार को लेकर सही फैसला किया जा सके.
जमीनी हालात की रिपोर्ट तैयार : 7 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर किसी तरह की कमी नहीं छोड़ना चाह रही है. यही वजह है कि पार्टी माइक्रो मैनेजमेंट पर फोकस कर रही है. इस रणनीति के तहत कांग्रेस पदाधिकारियों के जरिए बूथ, स्तर के साथ ही ब्लॉक और पंचायत में सात-सात दिन का टास्क देकर रिपोर्ट तैयार करवा चुकी है. इस रिपोर्ट के जरिए स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ भाजपा के प्रत्याशियों के कमजोर पहलुओं और वोटर की राय को जुटाया गया है. अब इन मुद्दों के आधार पर उपचुनाव में सरकार के खिलाफ वोट मांगे जाएंगे