रांची: कांग्रेस अग्निवीर योजना को आगामी चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है. अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने रांची स्थित प्रदेश कांग्रेस भवन में मीडिया से बातचीत के दौरान इसके संकेत दिए हैं. नेटा डिसूजा ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना के जरिए डेढ़ लाख युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर दिया है. कड़ी मेहनत से सेना में नियमित नौकरी पाकर देश सेवा का सपना संजोने वाले भाजपा सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. भाजपा ने देश के करोड़ों युवाओं को धोखा दिया है. आज देश में बेरोजगारी 45 साल के उच्चतम स्तर पर है. नेटा डिसूजा ने कहा कि 31 जनवरी को उनके नेता राहुल गांधी ने अग्नि योद्धाओं को न्याय सुनिश्चित करने के लिए 'जय जवान' अभियान शुरू किया है.
नेटा डिसूजा ने कहा कि "जय जवान" अभियान 1.5 लाख युवाओं की दुर्दशा को उजागर करता है, जिन्हें कठोर चयन प्रक्रिया से गुजरने के बाद 2019 और 2022 के बीच नियमित भर्ती अभियान में गौरवशाली सैन्य बलों भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना में स्वीकार कर लिया गया था. लेकिन तमाम प्रक्रियाओं के बावजूद उन्हें केवल इसलिए स्थायी भर्ती से वंचित कर दिया गया क्योंकि उनकी बहाली अग्निवीर के रूप में हुई थी. उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अचानक सशस्त्र बलों पर अग्निवीर योजना थोपकर सेना का मनोबल गिरा दिया है.
दो अहम मांगः नेटा डिसूजा ने कहा कि हमारे जय जवान अभियान की केवल दो मांग है. पहला- अग्निवीर योजना लागू करने के कारण जिन 1.5 लाख वीर युवाओं की नौकरियां बेरहमी से छीन ली गई हैं, सरकार उसे तुरंत वापस करे और दूसरा- सशस्त्र बलों के लिए पिछली भर्ती प्रणाली को बहाल करे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का देशव्यापी 'जय जवान' अभियान 4 चरणों में आयोजित किया जा रहा है. 31 जनवरी से शुरू हुआ यह अभियान 20 मार्च तक चलेगा.
अभियान से जुड़ने के लिए जारी किया गया नंबर: नेटा डिसूजा ने कहा कि 'जय जवान' अभियान से जुड़ने के लिए 9999812024 पर मिस्ड कॉल करें. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने हमारे बेरोजगार युवाओं को न्याय दिलाना और उनके सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करना अपना लक्ष्य बना लिया है. पूर्व सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (सेवानिवृत्त) के अनुसार, अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों के लिए अचानक वज्रपात से कम नहीं है. उनके मुताबिक पहले इसे केवल भारतीय सेना में ही लागू किया जाना था, लेकिन बाद में इसे भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना में भी लागू कर दिया गया.
'पीएम मोदी के राज में युवाओं के सपने चकनाचूर': नेटा डिसूजा ने कहा कि अग्निवीर अकेले युवा नहीं हैं जिनके सपने मोदी सरकार में चकनाचूर हो गए हैं. आज बेरोजगारी 45 साल के उच्चतम स्तर पर है. 2012 में बेरोजगारों की संख्या 01 करोड़ थी, आज यह चार गुना होकर 04 करोड़ हो गयी है. आज हर तीन में से एक ग्रेजुएट नौकरी की तलाश में है. इंजीनियर कुली के रूप में काम कर रहे हैं और पीएचडी करने वालों को रेलवे के चपरासी के रूप में आवेदन करने के लिए मजबूर किया जाता है.
चार चरणों में होगा अभियान:
प्रथम चरण: 01 फरवरी से 28 फरवरी तक 30 लाख परिवारों से जनसंपर्क किया जायेगा. इस दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा वर्तमान और पूर्व रक्षा परिवारों को 'न्याय पत्र' वितरित किया जाएगा और सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को इस आंदोलन में शामिल होने और समर्थन का अनुरोध किया जाएगा. ऐसे परिवारों से न्याय पत्र उनके हस्ताक्षर के साथ भरा जाएगा और यह जानकारी डिजिटल रूप में भी दर्ज की जाएगी. उनके घरों के दरवाजे पर न्याय पत्र के स्टीकर भी चिपकाए जाएंगे.
दूसरा चरण: "जय जवान" अभियान के दूसरे चरण में अधिक से अधिक युवाओं और उनके परिवारों तक पहुंचकर जानकारी एकत्र की जाएगी और रक्षा परिवार से जुड़े लोगों को अभियान के बारे में जागरूक किया जाएगा और उन्हें भी अभियान में शामिल किया जाएगा.
तीसरा चरण: 05 मार्च से 10 मार्च तक चलने वाले इस चरण में सभी ब्लॉकों/शहरों में धरना दिया जाएगा. एक समन्वय समिति भी बनाई जाएगी. विभिन्न जिलों में शहीद चौक या गांधी जी की प्रतिमा स्थल पर धरना दिया जायेगा.
चौथा चरण: 17 मार्च से 20 मार्च तक न्याय यात्रा जो पदयात्रा के रूप में होगी. सभी जिलों में यह 50 किलोमीटर तक होगी. हर जिले में सैनिकों के लिए 'न्याय यात्रा' निकाली जाएगी. यह यात्रा संयोजक समिति और न्याय योद्धाओं के नेतृत्व में निकाली जाएगी.
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